श्रीलंका के विकास में सुधार करने के प्रयासरत चीनी युवा

श्रीलंका में चीनी उद्यम द्वारा निर्मित कोलंबो पोर्ट सिटी वायाडक्ट परियोजना हाल ही में अंतिम निर्माण चरण में प्रवेश आ चुका है। चीन और श्रीलंका के निर्माताओं ने चार साल से अधिक समय तक हाथ मिलाकर काम किया है और संयुक्त रूप से दोनों देशों के युवाओं के बीच दोस्ती बनाई। वर्ष 2019 के सितंबर.

श्रीलंका में चीनी उद्यम द्वारा निर्मित कोलंबो पोर्ट सिटी वायाडक्ट परियोजना हाल ही में अंतिम निर्माण चरण में प्रवेश आ चुका है। चीन और श्रीलंका के निर्माताओं ने चार साल से अधिक समय तक हाथ मिलाकर काम किया है और संयुक्त रूप से दोनों देशों के युवाओं के बीच दोस्ती बनाई।

वर्ष 2019 के सितंबर में यह परियोजना आधिकारिक तौर पर शुरू हुई। कोलंबो भंडारनायके अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे और कोलंबो पोर्ट सिटी को जोड़ने वाले इस पुल की कुल लंबाई 5.27 किलोमीटर है। पूरा होने के बाद, यह कोलंबो और श्रीलंका में परिवहन के लिए बड़ी सुविधा प्रदान करेगा। साथ ही, बंदरगाह रसद में सुधार और क्षेत्रीय व्यापार को बढ़ावा देने के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण है।

परियोजना के श्रीलंकाई प्रबंधक हर्षना ने सीएमजी संवाददाता से कहा कि यह वायाडक्ट परियोजना श्रीलंका के लिए बेहद अहम है। कोलंबो श्रीलंका का एक महत्वपूर्ण बंदरगाह है और यहां पर वायाडक्ट का निर्माण श्रीलंका के व्यापार के लिए बहुत फायदेमंद है।

वहीं, एक युवा कार्यकर्ता सिंघे ने कहा कि इस परियोजना पर काम करने से उसे बहुत फायदा हुआ है। वह दो साल से अपने चीनी सहयोगियों के साथ यहां रहता है। चीनी लोग बहुत अच्छे हैं। वैसे उसका वेतन भी काफी अच्छा है, और यह उसके परिवार की कई कठिनाइयों को हल करने में मदद कर सकता है।

परियोजना के मुख्य अभियंता छी श्यांगयू ने इसके तहत कहा कि इस परियोजना के माध्यम से श्रीलंका में लगभग 1000 से 2000 लोगों को रोजगार का अवसर मिला है, और इन स्थानीय लोगों की पारिवारिक आय में काफी सुधार हुआ है। इसे लेकर उन्हें भी बहुत खुशी और प्रसन्नता है कि उनका जीवन धीरे-धीरे समृद्ध हो रहा है। यह यहां काम कर रहे चीनी-वित्त पोषित उद्यमों की एक सामाजिक जिम्मेदारी भी है।

(साभार – चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

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