29 मार्च को चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने म्यांमार में आए भीषण भूकंप पर वहां के नेता मिन आंग ह्लाइंग को संवेदना संदेश भेजा। राष्ट्रपति शी ने कहा कि उन्हें यह ख़बर सुनकर गहरा आश्चर्य हुआ, वे चीन सरकार और चीनी जनता की ओर से पीड़ितों के प्रति संवेदना प्रकट करते हैं। उन्होंने प्रभावित परिवारों, घायलों और आपदा ग्रस्त क्षेत्रों के लोगों के प्रति अपनी सहानुभूति व्यक्त की।
राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने यह भी कहा कि चीन और म्यांमार एक साझा भविष्य वाले समुदाय हैं, और इस कठिन समय में चीन, म्यांमार के साथ खड़ा है। उन्होंने आश्वासन दिया कि चीन जरूरत के मुताबिक हर संभव सहायता देने के लिए तैयार है, ताकि आपदा प्रभावित लोग जल्द से जल्द सामान्य जीवन में लौट सकें और अपने घरों का पुनर्निर्माण कर सकें। उसी दिन, चीनी प्रधानमंत्री ली छ्यांग ने भी म्यांमार के नेता मिन आंग ह्लाइंग को संवेदना संदेश भेजा और पीड़ितों के प्रति गहरी सहानुभूति व्यक्त की।
गौरतलब है कि 28 मार्च को म्यांमार में 7.9 तीव्रता का भीषण भूकंप आया। म्यांमार के राष्ट्रीय प्रशासन परिषद ने 29 मार्च को घोषणा की कि भूकंप के कारण 1,002 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 2,376 लोग घायल हुए हैं और 30 लोग लापता हैं।
29 मार्च को, चीन राष्ट्रीय विकास एवं सुधार आयोग के प्रवक्ता ली मिंग ने बताया कि म्यांमार में आए भीषण भूकंप के बाद चीन सरकार ने तुरंत आपातकालीन मानवीय सहायता अभियान शुरू किया। इसके तहत चीन के युन्नान प्रांत की एक बचाव चिकित्सा टीम म्यांमार पहुंच चुकी है। उन्होंने बताया कि यह म्यांमार पहुंचने वाली पहली विदेशी बचाव टीम है, और जल्द ही अन्य चीनी बचाव दल व राहत सामग्री भी वहां भेजी जाएगी।
(साभार-चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)