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रनआईच्याओ के पारिस्थितिक सर्वेक्षण पर पहली डॉक्यूमेंट्री जारी

चीन के प्राकृतिक संसाधन मंत्रालय के दक्षिण चीन सागर पारिस्थितिकी केंद्र और दक्षिण चीन सागर विकास अनुसंधान प्रतिष्ठान द्वारा संयुक्त रूप से संपादित “रनआईच्याओ तट पर कोरल रीफ पारिस्थितिकी तंत्र को नष्ट करने वाले युद्धपोत की अवैध सेटिंग पर जांच रिपोर्ट” 8 जुलाई को जारी की गई। इस रिपोर्ट के सर्वेक्षण परिणाम के आधार पर, चाइना मीडिया ग्रुप के चैनल दक्षिण चीन सागर की आवाज़ ने रनआईच्याओ की पारिस्थितिक जांच पर पहली डॉक्यूमेंट्री “रनआईच्याओ: नानशा का आंसू” लॉन्च की।

गौरतलब है कि अप्रैल 2024 में, चीनी वैज्ञानिकों से गठित एक पेशेवर समुद्री पारिस्थितिक सर्वेक्षण टीम ने चीन के नानशा द्वीप समूह में रनआईच्याओ का दो महीने वाला सर्वेक्षण शुरू किया। सर्वेक्षण से पता लगा कि वर्ष 1999 से, फिलीपींस के युद्धपोत अवैध रूप से “समुद्र तट पर बैठे” हैं और रनआईच्याओ के मूंगा चट्टान पारिस्थितिकी तंत्र की विविधता, स्थिरता और निरंतरता को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचाया है। सैटेलाइट रिमोट सेंसिंग और ऑन-साइट सर्वेक्षण डेटा के आधार पर, इस “रिपोर्ट” ने रनआईच्याओ के कोरल रीफ पारिस्थितिकी तंत्र की स्थिति का पहला व्यापक और व्यवस्थित मूल्यांकन किया है। साथ ही, यह बताया गया कि रनआईच्याओ के मूंगा चट्टान पारिस्थितिकी तंत्र को नष्ट करने वाले मुख्य कारक अवैध रूप से “समुद्र तट पर बैठे” फिलीपींस के युद्धपोत और इसकी संबंधित मानवीय गतिविधियां हैं। 

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

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