पाकिस्तान के पर्यटन विकास निगम के महाप्रबंधक आफताब उर रहमान राणा ने 2 जनवरी को राजधानी इस्लामाबाद में शिन्हुआ समाचार एजेंसी को दिये एक विशेष साक्षात्कार में कहा कि वे 2023 में आयोजित होने वाले “चीन-पाकिस्तान पर्यटन आदान-प्रदान वर्ष” की अपेक्षा करते हैं, जो पाकिस्तान और चीन के बीच पर्यटन के आदान-प्रदान व सहयोग को बढ़ाएगा, और दोनों देशों के लोगों के संपर्क को मजबूत करेगा।
पाकिस्तान के कैबिनेट सचिवालय के अधीन राष्ट्रीय एजेंसी के रूप में, पाक पर्यटन विकास निगम राष्ट्रीय पर्यटन के विकास को बढ़ावा देने के लिए जिम्मेदार है। राणा ने कहा कि कोविड-19 महामारी के प्रकोप से पहले, चीन बाहर जाने वाले पर्यटकों की सबसे बड़ी संख्या वाला देश था। चीनी नागरिकों के आउटबाउंड पर्यटन को फिर से शुरू करने की नीति के कार्यान्वयन के साथ-साथ चीन निश्चित रूप से वैश्विक पर्यटन अर्थव्यवस्था के विकास पर बहुत सकारात्मक प्रभाव डालेगा, अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन उद्योग के विश्वास को पुनर्जीवित करेगा और दुनिया के आर्थिक विकास में योगदान देगा।
राणा ने कहा कि पाकिस्तान और चीन की दोस्ती का लंबा इतिहास है और दोनों देशों के लोग एक-दूसरे को देखने और एक-दूसरे के रीति-रिवाजों का अनुभव करने के लिए उत्सुक हैं। पाकिस्तान न केवल चीनी नागरिकों का स्वागत करता है, बल्कि पाकिस्तानी नागरिकों की चीन यात्रा को भी बढ़ावा देगा।
“बेल्ट एंड रोड” के सह-निर्माण के लिए एक महत्वपूर्ण पायलट परियोजना के रूप में, 2023 में चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा की 10वीं वर्षगांठ होगी। राणा ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे ने पाकिस्तान के लिए सड़कों और पुलों का निर्माण किया है, जिससे न केवल पाकिस्तान के शहरों के बीच संपर्क के स्तर को उन्नत किया गया , बल्कि पर्यटकों को पाकिस्तान के विभिन्न दर्शनीय स्थलों का दौरा करने के लिए सुविधाजनक परिवहन भी प्रदान किया गया है। भविष्य में गलियारे के आसपास नए दर्शनीय स्थल पैदा होंगे, जो पाकिस्तान के पर्यटन उद्योग के दीर्घकालिक विकास में सकारात्मक योगदान देंगे। “2023 निश्चित रूप से एक अच्छी शुरुआत होगी!” राणा ने कहा।
(साभार—चाइना मीडिया ग्रुप ,पेइचिंग)