नई दिल्ली: वरिष्ठ हमास नेता खलील अल-हय्या ने गाजा में बुधवार को ग्रुप के लीडर याह्या सिनवार की मौत की पुष्टि की। इसके साथ ही उन्होंने ऐलान किया कि गाजा से बंधकों की वापसी तब तक मुमकिन नहीं है जब तक कि फिलिस्तीनी क्षेत्र पर हमले बंद नहीं जाते। इजरायली मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक एक वीडियो में, अल-हय्या ने कहा कि सिनवार की मौत से आतंकवादी समूह को और मजबूती मिलेगी। उन्होंने कहा कि कब्जा करने वालों को जल्द ही उसे मारने का पछतावा होगा।
अल-हय्या ने कहा, हमास अपने नेताओं के खात्मे के साथ और भी मजबूत और लोकप्रिय होता जा रहा है। लोगों को खोना तकलीफ पहुंचाता है, खास तौर पर याह्या सिनवार जैसे अनोखे नेता को, लेकिन हमें यकीन है कि अंत में हम जीतेंगे। रिपोर्ट के मुताबिक अल-हय्या ने कहा कि गाजा में बंधक बनाए गए लोगों को तब तक रिहा नहीं किया जाएगा जब तक कि हमले बंद नहीं हो जाते और इजरायली सेना फिलिस्तीनी क्षेत्र से वापस नहीं चली जाती।
इजरायल का आरोप है कि सिनवार पिछले साल हुए 7 अक्टबूर के हमले का मास्टरमाइंड था। इस हमले में 1200 लोगों की मौत हुई थी जबकि 250 से अधिक लोगों को बंधक बना लिया गया था। माना जाता है कि 101 बंधक अभी भी गाजा में हैं। सिनवार को 16 अक्टूबर को इजरायली सेना ने मार गिराया। इजरायल ने गुरुवार हमास लीडर की मौत की आधिकारिक रूप से घोषणा की। इजरायल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) और शिन बेट सिक्योरिटी एजेंसी ने एक बयान में कहा, 7 अक्टूबर के हमले और नरसंहार का सूत्रधार सिनवार, बुधवार को दक्षिणी गाजा के राफा में गोलीबारी में मारा गया।
इस हमले के बाद यहूदी राष्ट्र ने हमास के खिलाफ युद्ध का ऐलान कर दिया और फिलिस्तनी ग्रुप के कंट्रोल वाले गाजा पट्टी पर हमले शुरू कर दिए। इजरायल के सैनिक अभियान ने गाजा में भारी तबाही मचाई है। अलजजीरा की शुक्रवार की रिपोर्ट के मुताबिक 7 अक्टूबर 2023 से अब तक गाजा में इजरायली हमलों में कम से कम 42,438 लोग मारे गए हैं और 99,246 घायल हुए हैं।