Site icon Dainik Savera Times | Hindi News Portal

बढ़ते चाय उद्योग से चीन के ग्रामीण पुनरोद्धार में मदद

18वां चीन शीआन अंतर्राष्ट्रीय चाय एक्सपो 31 मई से 3 जून तक चीन के शैनशी प्रांत के शीआन शहर में आयोजित किया गया । इस चाय एक्सपो का विषय एकीकरण, नवाचार, आदान-प्रदान और विकास था। जिसके प्रदर्शनी क्षेत्र को 42,000 वर्ग मीटर तक विस्तारित किया गया , और 1,900 बूथ स्थापित किए गए , इसमें छह प्रमुख चाय, चाय के बर्तन, चीनी मिट्टी की चीज़ें, चाय का सेट आदि शामिल थे।

पारंपरिक चीनी कृषि के एक महत्वपूर्ण हिस्से के रूप में, चाय न केवल सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक है, बल्कि ग्रामीण पुनरोद्धार के लिए एक महत्वपूर्ण स्तंभ उद्योग भी है। ग्रामीण पुनरोद्धार रणनीति के मार्गदर्शन में, चाय उद्योग ग्रामीण आर्थिक विकास को बढ़ावा देने, किसानों की आय बढ़ाने और पारिस्थितिक पर्यावरण में सुधार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, जो चीन के ग्रामीण पुनरोद्धार में एक प्रमुख शक्ति बन गई है।

हाल के वर्षों में, चीन की स्थानीय सरकारों ने नीति समर्थन, तकनीकी प्रशिक्षण और ब्रांड निर्माण के माध्यम से चाय उद्योग के उन्नयन को बढ़ावा दिया है। फ़ूच्येन के वूइशान, चच्यांग के लोंगचिंग( ग्रीन चाय) और युन्नान में फूअर ( काला चाय) द्वारा प्रतिनिधित्व किए जाने वाले चाय उत्पादक क्षेत्रों ने चाय की गुणवत्ता और ब्रांड मूल्य में सुधार करके, स्थानीय आर्थिक विकास को गति देकर हरी पत्तियों से सोने की पत्तियों में चाय के परिवर्तन का एहसास किया है। इसके अलावा, चाय उद्योग के विकास से सीधे तौर पर किसानों की आय में वृद्धि हुई है। चाय उत्पादन प्रक्रिया में उगाने और चुनने से लेकर प्रसंस्करण और बिक्री तक प्रत्येक लिंक में बड़ी मात्रा में श्रमिकों की आवश्यकता होती है, इससे बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर पैदा होते हैं। वर्तमान में, ग्रामीण पुनरोद्धार रणनीति और प्रगति के साथ चाय की हरी पत्तियां ग्रामीण पुनरुद्धार की प्रक्रिया में और भी शानदार ढंग से चमक रही हैं। 

(साभार—चाइना मीडिया ग्रुप ,पेइचिंग)

Exit mobile version