विदेश : HMPV कोई “नया चीनी वायरस” नहीं है , हाल ही में भारतीय मीडिया में HMPV का शब्द बार-बार आया है, जिसने कई लोगों का ध्यान और चिंता आकर्षित की है, लेकिन कुछ भारतीय मीडिया ने इसे “नया चीनी वायरस” कहा है! “चीन से एक नया वायरस आया है”! अब चीन में सर्दी का मौसम है, उत्तरी चीन में तापमान गिर गया है, हमारे यहां -10 डिग्री हो गया है। और मेरे आसपास के कई बच्चे बीमार पड़ गए हैं। लेकिन जहां तक मुझे पता है, चीन में सबसे ज्यादा वायरस एच1एन1,या माइकोप्लाज्मा आदि हैं। ये ऐसे वायरस हैं जिनसे दुनिया परिचित है, और हर बार मौसम बदलने पर महामारी की लहर आएगी।
HMPV क्या है? मेरे आस-पास कोई भी इसके बारे में नहीं जानता था, google में सर्च करने से पहले मैंने सोचा HMPV का मतलब H1N1 है। देखिए, कुछ भारतीय मीडिया में चीन में HMPV महामारी के बारे में जो खबरें दी गई हैं, यह सही नहीं है। बेशक, जिन लोगों ने जानबूझकर HMPV को “चीनी वायरस” नाम दिया, वे कहेंगे कि यह वायरस चीन से आया है। खैर, इंटरनेट का धन्यवाद, सत्य आपकी उंगलियों पर पाया जा सकता है।
सबसे पहले, HMPV कोई नया वायरस नहीं है। वैज्ञानिकों ने इसे 2001 में नीदरलैंड में खोजा था। याद रखें, इसकी खोज नीदरलैंड में हुई थी। और यह अनुमान लगाया गया है कि यह वायरस मनुष्यों में 60 वर्षों से अधिक समय से है। याद रखिए, 60 वर्षों से भी अधिक समय से। इसके अलावा, अमेरिका, यूरोप और चीन के कुछ हिस्सों सहित दुनिया भर में HMPV से संक्रमित बच्चों के मामले सामने आ रहे हैं। वर्ष 2018 में, दुनिया भर में 5 वर्ष से कम आयु के लगभग 14 मिलियन बच्चे HMPV वायरस से संक्रमित हुए। देखिये, यह सिर्फ चीन की बात नहीं है।इसलिए, HMPV को “नया चीनी वायरस” कहना पूरी तरह से गलत है।
मैं आपके साथ HMPV के बारे में जो कुछ सीखा है उसे साझा करना चाहती हूं, ताकि आपको इस रोग के बारे में बेहतर समझ हो सके: HMPV मुख्य रूप से बुजुर्गों, अस्थमा रोगियों, शिशुओं और 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को प्रभावित करता है। वयस्कों में HMPV संक्रमण के लक्षण सामान्यतः सामान्य सर्दी-जुकाम जैसे ही होते हैं, इसलिए घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है। भारत मीडिया पर भी बहुत कुछ लोकप्रिय विज्ञान लेख मौजूद हैं, जिनमें प्रभावी निवारक उपायों के बारे में बताया गया है, जैसे बार-बार हाथ धोना, मास्क पहनना और भीड़-भाड़ वाली जगहों से बचना। भारत के स्वास्थ्य विभाग ने भी कहा कि वे HMPV से निपटने के लिए तैयार हैं। इसलिए, डरें नहीं। बीमार होने पर समय पर डॉक्टर से सलाह लें, दवा लें और अच्छी तरह आराम करें।
महामारी की स्थिति में हमें सही जानकारी और वैज्ञानिक रोकथाम एवं नियंत्रण उपायों की आवश्यकता है। वायरस के सामने , नस्लों या राष्ट्रीय की कोई सीमा नहीं होती। हमें वायरस का जवाब देने के लिए मिलकर काम करना चाहिए। विज्ञान और सहयोग, घबराहट की तुलना में कहीं अधिक प्रभावी है।
(साभार – चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)