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युवा आदान-प्रदान कार्यक्रमों को बढ़ाना चीन-अमेरिका संबंधों के लिए महत्वपूर्ण है : अमेरिकी विशेषज्ञ

चूंकि चीन ने पिछले साल नवंबर में कहा था कि चीन “अगले पांच वर्षों में 50 हजार अमेरिकी युवाओं को आदान-प्रदान और अध्ययन के लिए चीन आने के लिए आमंत्रित करने को तैयार है।” अमेरिकी युवाओं का समूह एकाएक चीन आ रहे हैं। चीन के कुआंगचो इंटरनेशनल सिस्टर सिटी यूनिवर्सिटीज एलायंस के सचिवालय के कार्यकारी निदेशक और कुआंगचो विश्वविद्यालय के अमेरिकी विशेषज्ञ स्टीव फर्र ने हाल ही में चाइना डेली में एक लेख लिखा है। इसमें कहा गया है कि युवा आदान-प्रदान कार्यक्रमों को बढ़ावा देना चीन-अमेरिका संबंधों के लिए महत्वपूर्ण है।

लेख बताता है कि इस वर्ष चीन और अमेरिका के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 45वीं वर्षगांठ है। इस पृष्ठभूमि में, 14वीं चीन-अमेरिका पर्यटन नेतृत्व शिखर सम्मेलन हाल ही में चीन के शीआन शहर में आयोजित हुआ। ऐसे सम्मेलन लोगों के आदान-प्रदान के लिए बड़े अवसर प्रदान करते हैं और गलतफहमियों को कम करने के लिए महत्वपूर्ण हैं।

लेख में आगे कहा गया है कि भविष्य के विश्व नेता आज के छात्रों में से हैं, इसलिए छात्र आदान-प्रदान कार्यक्रम बहुत महत्वपूर्ण हैं। ऐसे आदान-प्रदान कार्यक्रमों का “गुणक प्रभाव” होता है। घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय परियोजना प्रतिभागी आमने-सामने मिलते हैं, एक-दूसरे से सीखते हैं और आपसी सम्मान और सहानुभूति पर आधारित स्थायी बंधन बनाते हैं। असहमति अपरिहार्य है और अक्सर खराब संचार के कारण होती है। विभिन्न सांस्कृतिक पृष्ठभूमि और विभिन्न भाषाएँ बोलने वाले लोग अलग-अलग तरीकों से सोचते हैं और चुनौतियों का सामना करते हैं। गैर-सरकारी कूटनीति और उससे बने रिश्ते गलत संचार की चुनौतियों से निपटने में मदद कर सकते हैं।

(साभार—चाइना मीडिया ग्रुप ,पेइचिंग)

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