भारतीय मूल के प्रोफेसर Kaushik Rajasekar काे ऊर्जा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए किया सम्मानित

मूल रूप से कर्नाटक के एक छोटे से गांव के रहने वाले प्रोफेसर कौशिक राजशेखर को बिजली रूपांतरण और परिवहन के विद्युतीकरण में उनके योगदान के लिए चुना गया हैं।

ह्यूस्टनः ह्यूस्टन विश्वविद्यालय के ‘कुलेन कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग’ में सेवारत, ‘ग्लोबल एनर्जी’ पुरस्कार विजेता, भारतीय मूल के प्रोफेसर कौशिक राजशेखर को जापान की इंजीनियरिंग अकादमी के अंतरराष्ट्रीय फेलो के रूप में चुना गया है। विश्वविद्यालय ने एक बयान जारी कर यह जानकारी दी। इस संबंध में जारी बयान में कहा गया कि मूल रूप से कर्नाटक के एक छोटे से गांव के रहने वाले प्रोफेसर कौशिक राजशेखर को बिजली रूपांतरण और परिवहन के विद्युतीकरण में उनके योगदान के लिए चुना गया हैं।

अकादमी ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय फेलो के रूप में राजशेखर का चयन विशेष रूप से ‘‘उस ऊर्जा में उनके उत्कृष्ट वैज्ञानिक अनुसंधान और वैज्ञनिक-तकनीकी क्षेत्र में उनके योगदान का सम्मान करता है जो संपूर्ण मानव जाति के हित में पृथ्वी पर ऊर्जा स्नेतों के लिए अधिक दक्षता और पर्यावरणीय सुरक्षा को बढ़ावा देती है।’’

राजशेखर ने कहा, कि ‘जापान की इंजीनियरिंग अकादमी के अंतरराष्ट्रीय फेलो के रूप में चुने जाने पर मैं बहुत सम्मानित महसूस कर रहा हूं। यह एक ऐसी उपलब्धि है जिसका मैं बहुत सम्मान करता हूं।’’ राजशेखर को 2022 में ‘ग्लोबल एनर्जी एसोसिएशन’ ने अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा के क्षेत्र के सर्वाधिक प्रतिष्ठित पुरस्कार ‘ग्लोबल एनर्जी पुरस्कार’ से सम्मानित किया था।

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