30 नवंबर को दो सप्ताह तक चलने वाला “संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन ढांचागत संधि” का 28वां हस्ताक्षरकर्ता सम्मेलन यानी कोप 28 उद्घाटित हुआ। इस मौके पर, चाइना मीडिया ग्रुप (सीएमजी) के अधीनस्थ सीजीटीएन ने दुनिया भर के नेटिज़न्स के प्रति एक सर्वेक्षण किया। प्राप्त परिणाम से पता चलता है कि 90.3 प्रतिशत उत्तरदाताओं का मानना है कि कोई भी देश जलवायु समस्या से बाहर नहीं रह सकता है और बहुपक्षवाद जलवायु परिवर्तन की समस्या को हल करने का मूल तरीका है। वहीं, 91.4 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने वैश्विक जलवायु प्रशासन को बढ़ावा देने में चीन के योगदान की सराहना की।
सर्वेक्षण में, 83 प्रतिशत वैश्विक उत्तरदाताओं का मानना है कि अत्यधिक मानव कार्बन उत्सर्जन ने वैश्विक जलवायु परिवर्तन को बढ़ा दिया है, और केवल उच्च गुणवत्ता वाला सतत विकास मार्ग ही इस संकट से बाहर निकल सकता है। वहीं, 81.8 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने सभी देशों से हरित और निम्न-कार्बन परिवर्तन और विकास में तेजी लाने, कार्बन उत्सर्जन को कम करने और वैश्विक जलवायु लक्ष्यों की उपलब्धि को बढ़ावा देने का आह्वान किया।
चीन हमेशा वैश्विक जलवायु प्रशासन में सक्रिय रूप से भाग लेता है। दुनिया के आधे से अधिक नई ऊर्जा वाहन चीन में चलते हैं, और दुनिया के एक चौथाई नए हरित क्षेत्र चीन से आते हैं। सर्वेक्षण में, 91.4 प्रतिशत उत्तरदाता वैश्विक जलवायु प्रशासन को बढ़ावा देने में चीन के प्रशंसक हैं। जैसा कि सीजीटीएन नेटिजन ने कहा कि जलवायु परिवर्तन में सुधार के लिए चीन सरकार के प्रयास महान हैं।
बता दें कि यह सर्वेक्षण सीजीटीएन के अंग्रेजी, स्पेनिश, फ्रेंच, अरबी और रूसी पाँच भाषाओं के मंच पर जारी किया गया था। 24 घंटों के भीतर, कुल 10,512 नेटिजनों ने मतदान में भाग लिया और अपनी राय व्यक्त की।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)