इंटरनेट विकास के लिए एक नई प्रेरक शक्ति, सुरक्षा के लिए एक नया डोमेन और आदान-प्रदान के लिए बनता जा रहा है एक नया मंच

आजकल की भागदौड़ भरी दुनिया में समय किसके पास है, आज इंसान हर काम तेज़ी से करना चाहता है। दौड़ते-भागते इस संसार में कई काम ऐसे हैं जिनको हम कहीं पर भी अंजाम दे सकते हैं, जैसे आप अपने दफ़्तर जा रहें हैं और आपके घर पर कोई वस्तु की ज़रूरत है तो आप उसे.

आजकल की भागदौड़ भरी दुनिया में समय किसके पास है, आज इंसान हर काम तेज़ी से करना चाहता है। दौड़ते-भागते इस संसार में कई काम ऐसे हैं जिनको हम कहीं पर भी अंजाम दे सकते हैं, जैसे आप अपने दफ़्तर जा रहें हैं और आपके घर पर कोई वस्तु की ज़रूरत है तो आप उसे बिना बाज़ार जाये मँगवा सकते हैं, चाहे वह खाने का सामान हो, किचन का सामान हो, कपड़े हों, मोबाइल फ़ोन और भी बहुत कुछ।

पर यह सब संभव कैसे हो रहा है, कभी सोचा है?

जी हाँ, आप बिलकुल सही समझ रहें हैं यह सब इंटरनेट के माध्यम से ही संभव हो रहा है, इंटरनेट की दुनिया अपने आप में बहुत महत्वपूर्ण है। इंटरनेट तेजी से विकास के लिए एक नई प्रेरक शक्ति, सुरक्षा की सुरक्षा के लिए एक नया डोमेन और सांस्कृतिक आदान-प्रदान के लिए एक नया मंच बनता जा रहा है। इंटरनेट से अब दुनिया पूरी तरह बदल गई है, इसका लाभ हम हर पल उठा रहें हैं। हम इंटरनेट पर बहुत हद तक निर्भर करते हैं, चाहें कोई भी काम हो इंटरनेट के माध्यम से हम घर बैठे आसानी से कर सकते हैं।

पिछले बुधवार, 8 नवंबर चीन के वुज़ेन शहर में विश्व इंटरनेट शिखर सम्मेलन 2023 का आयोजन किया गया यह आयोजन हमें दर्शाता है कि इंटरनेट हमारे लिए कितना महत्वपूर्ण है। इस सम्मेलन शिखर सम्मेलन में सभी के लिए लाभकारी एक समावेशी और लचीला डिजिटल विश्व बनाना – साइबरस्पेस में साझा भविष्य के साथ एक समुदाय का निर्माण विषय पर केंद्रित है, जो वैश्विक विकास पहल, डिजिटल सहयोग, कृत्रिम बुद्धिमत्ता जैसे विषयों पर 20 उप-मंचों की मेजबानी करेगा। और डिजिटल और हरित विकास के लिए समन्वित परिवर्तन करना भी इसका उद्देश्य है। इस सम्मेलन में चीनी राष्ट्रपति ने भी वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के ज़रिए शिरकत की यह भी इंटरनेट की दुनिया का बहुत महत्वपूर्ण हिस्सा है। अपने भाषण में, शी ने 2015 में सम्मेलन के दौरान दिए गए प्रस्ताव का उल्लेख किया, जब उन्होंने साइबरस्पेस में साझा भविष्य के समुदाय के निर्माण का आह्वान किया था। तब से उनके प्रस्ताव को व्यापक अंतरराष्ट्रीय मान्यता और सकारात्मक प्रतिक्रियाएँ मिली हैं।

इंटरनेट की दुनिया में अपने अलग जोखिम भी हैं, इनसे निपटने के लिए सभी को मिलकर प्रयास करना होगा यह भी ज़रूरी है, हैकिंग भी एक बड़ी समस्या है इन सभी से निपटने के लिए साइबर संप्रभुता के साथ-साथ प्रत्येक देश द्वारा चुने गए विकास पथ और शासन मॉडल का सम्मान करना, साइबरस्पेस को नियंत्रित करने वाले अंतरराष्ट्रीय नियमों का पालन करना, साइबर आधिपत्य को अस्वीकार करना और साइबर टकराव और साइबरस्पेस में हथियारों की दौड़ का विरोध करना महत्वपूर्ण है। इंटरनेट से सबको लाभ पहुँचे ना कि किसी की हानि हो यही उद्येश्य होना चाहिए और इसके लिए सभी को निरंतर प्रयास करना चाहिए।

इंटरनेट की दुनिया में चीन ने बढ़त हासिल की है, चीनी कंपनी हुआवे इंटरनेट के क्षेत्रों में नये कीर्तिमान हासिल कर रही है जानकारों की मानें तो भविष्य में इंटरनेट का ऐसा प्रतिरूप होगा, जिससे कंप्यूटर से लेकर कार तक लगभग सब कुछ जुड़े होंगे। इसका संचालन आर्टिफिशियल इंटलिजेंस के जरिए होगा। चीन ने भावी इंटरनेट टेक्नलॉजी के प्रयोग की एक बड़ी योजना शुरू की है। जानकारों के मुताबिक चीन जिस तकनीक का प्रयोग कर रहा है, अगले दस साल तक उसकी ही मांग रहेगी। इस टेक्नोलॉजी परियोजना पर अमल के लिए शिंघुआ यूनिवर्सिटी में मुख्यालय बनाया गया है। इसे भावी इंटरनेट टेक्नोलॉजी इऩ्फ्रास्ट्रक्चरनाम दिया गया है। इस परियोजना के तहत देश के 40 विश्वविद्यालयों को विशाल बैंडविड्थ वाले ऐसे इंटरनेट नेटवर्क से जोड़ा जाएगा, जिसमें यूजर के एक्शन और वेब एप्लीकेशन के रिस्पॉन्स के बीच का विलंब बेहद घट जाएगा। गौरतलब है कि चीन पहले ही दुनिया का सबसे बड़ा 5जी नेटवर्क बनाने का काम शुरू कर चुका है। विशेषज्ञों का कहना है कि निकट भविष्य में ही कई बिल्कुल नए प्रकार के उपकरण सामने आएंगेऐसे सभी उपकरणों की सफलता इस पर निर्भर करेगी कि विशाल मात्रा में बिना किसी पल की देर के डेटा का प्रवाह किस हद तक संभव होता है। चीन ने अब उसी दिशा में तैयारी शुरू कर दी है। तो यह तो बस एक शुरुआत भर है, आगे आने वाले भविष्य में इंटरनेट की दुनिया पूरी तरह बदल जाएगी जिसने चीन की पुख़्ता तैयारी है।

(देवेंद्र सिंह)

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