दमिश्क : इजरायल ने सीरियाई सैन्य ठिकानों पर हवाई हमले तेज कर दिए हैं। एक युद्ध निगरानी संस्था के मुताबिक दमिश्क के ग्रामीण इलाकों में 24 हवाई हमले किए गए हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, हमलों में टारगेटेड एरिया में पहाड़ी ढलान पर बने सुरंगनुमा प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया गया।
नवीनतम हमलों के साथ ही 8 दिसंबर को सीरियाई सरकार के पतन के बाद से सीरियाई क्षेत्र पर इजरायली एयर स्ट्राइक की कुल संख्या 426 हो गई है। ऑब्जर्वेटरी के अनुसार, ये ऑपरेशन 13 सीरियाई प्रांतों में फैले हुए हैं।
इजरायली अधिकारियों के अनुसार हवाई हमले पूरे देश में सीरियाई सैन्य संपत्तियों को निशाना बनाकर किए जा रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि हमलों का उद्देश्य हथियारों को आतंकवादी तत्वों के हाथों में पड़ने से रोकना है।
सीरिया में इजरायल की सैन्य कार्रवाई की क्षेत्रीय देशों ने निंदा की है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने सीरिया की संप्रभुता का सम्मान करने की अपील की है।
ऑब्जर्वेटरी ने कहा कि कई दौर की बमबारी में पूर्व सरकारी फोर्सेज के सैन्य स्थलों को निशाना बनाया गया, जो कि सीरियाई सेना की क्षमताओं के बचे हुए हिस्से को नष्ट करने के प्लान का हिस्सा है।‘
असद के पतन के बाद से, इजरायल ने सीरियाई सैन्य स्थलों पर सैकड़ों हमले किए हैं। इसमें रासायनिक हथियारों के भंडार से लेकर हवाई सुरक्षा तक सब कुछ को निशाना बनाया गया है।
गुरुवार को संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंटोनियो गुटेरेस ने सीरियाई संप्रभुता के व्यापक उल्लंघन और देश में इजरायली हमलों पर चिंता व्यक्त की। उनके प्रवक्ता ने यह बात कही।
इस बीच संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी ने बताया कि हजारों विस्थापित सीरियाई लेबनान से मसना बॉर्डर प्वाइंट और अन्य बॉर्डर क्रॉसिंग के जरिए देश में वापस लौटना शुरू कर चुके हैं। वे इदलिब, दमिश्क, दारा, अलेप्पो और अन्य स्थानों पर वापस जा रहे हैं। इसी समय, कुछ सीरियाई लेबनान भाग गए हैं। विस्थापितों के तुर्की से बाब अल-हवा और बाब अल-सलाम सीमा क्रॉसिंग के माध्यम से उत्तर-पश्चिम सीरिया में लौटने की भी सूचना मिली है।