Jacinda Ardern का इस्तीफा : लोग हैरान हैं कि काम से ऊब जाएं तो कब छोड़ना चाहिए पद

न्यूकैसलः न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री के पद से जेसिंडा अर्डर्न के इस्तीफे ने नौकरी से उकता जाने और नौकरी छोड़ने का ‘‘सही समय’’ कब है, इसे लेकर सोशल मीडिया पर एक चर्चा छेड़ दी है। कुछ ने अर्डर्न के पद छोड़ने के फैसले की प्रशंसा की है, उनका कहना है कि अर्डर्न ने खुद पर दया.

न्यूकैसलः न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री के पद से जेसिंडा अर्डर्न के इस्तीफे ने नौकरी से उकता जाने और नौकरी छोड़ने का ‘‘सही समय’’ कब है, इसे लेकर सोशल मीडिया पर एक चर्चा छेड़ दी है। कुछ ने अर्डर्न के पद छोड़ने के फैसले की प्रशंसा की है, उनका कहना है कि अर्डर्न ने खुद पर दया दिखाई है और वह तब तक अपने पद पर रहीं, जब तक उस पद पर रहना उन्हें पसंद था। हालांकि कई अन्य विश्व नेताओं ने इसके विपरीत राय जाहिर की है। सबसे कम उम्र में प्रधानमंत्री का पद संभालने वालों में से एक, अर्डर्न काम और व्यक्तिगत जीवन को कैसे संतुलित किया जाए, इसके लिए एक अंतरराष्ट्रीय प्रतीक बन गयी थीं। उन्होंने अपनी नवजात बच्ची को गोद में लेकर जब संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित किया तो सब तरफ उनकी सराहना हुई। लेकिन अब यह कहानी महिला विरोधी सुíखयों के साथ उनके प्रस्थान को चिन्हित कर रही है जैसे ‘‘क्या महिलाएं वास्तव में यह सब कर सकती हैं?’’।

इस रवैये से पता चलता है कि अर्डर्न को अपनी सीमाएं नहीं पता थीं, और शायद वह जितना काम कर सकती थीं, उससे कहीं अधिक अपने सिर पर ले लिया। यह काम से तंग आ जाने के बारे में एक बड़ी गलतफहमी का हिस्सा है, जो इसे लोगों की खुद की बेहतर देखभाल करने की आवश्यकता के बराबर करता है। यहां तक कि खुद अर्डर्न ने लोगों से ‘‘मजबूत और दयालु होने’’ का आग्रह करके अनजाने में बर्नआउट के व्यक्तिगत पहलू के बारे में संकेत दिया है। बहुत से लोग बर्नआउट या काम के प्रति उदासी को सम्मानसूचक मानते हैं। बर्नआउट इस बात का सबूत है कि उन्होंने अपनी क्षमता के अनुरूप कड़ी मेहनत की है, सब कुछ अपने काम में लगा दिया है। लेकिन अपने इस्तीफे के भाषण में, अर्डर्न ने कहा कि पद पर बने रहने के लिए उनके ‘‘भंडार में अब पर्याप्त नहीं बचा’’, यह सुझाव देते हुए कि उन्हें लगा कि नौकरी जारी रखना अस्थिर होगा। यह एक आवश्यक संकेत है कि ऊकताहट की शुरुआत काम के माहौल से होती है।

यह पूछने के बजाय कि अर्डर्न अपने पद पर क्यों नहीं बनी रहीं, हमें यह पूछना चाहिए कि उनकी नौकरी में किन कारकों ने उन्हें इस तरह महसूस करने में योगदान दिया। दुनिया अर्डर्न जैसे लोगों से भरी हुई है जो अपनी नौकरी छोड़ना पसंद करेंगे लेकिन अपनी आíथक और सामाजिक परिस्थितियों के कारण ऐसा नहीं कर सकते। एक प्रधान मंत्री के रूप में, अर्डर्न के पास कई संसाधन होगे।

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