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एक विशेष अर्थ के साथ जकार्ता-बांडुंग हाई-स्पीड रेलवे का नाम रखा गया “वूश”

इंडोनेशिया में जकार्ता-बांडुंग हाई-स्पीड रेलवे को वाणिज्यिक परिचालन में लाने के मौके पर इंडोनेशियाई परिवहन मंत्री बुडी कार्या सुमाडी ने हाल ही में चाइना मीडिया ग्रुप के साथ साक्षात्कार में कहा कि इंडोनेशियाई राष्ट्रपति जोको विडोडो ने जकार्ता-बांडुंग हाई-स्पीड रेलवे का नाम विशेष अर्थ के साथ “वूश (Whoosh)” रखा है। इंडोनेशियाई संस्कृति में ये छह अक्षर समय की बचत, कुशलता और उन्नति का प्रतिनिधित्व करते हैं। जकार्ता-बांडुंग हाई-स्पीड रेलवे इंडोनेशिया का नया राष्ट्रीय कार्ड बनेगा।

चीन और इंडोनेशिया द्वारा संयुक्त रूप से निर्मित जकार्ता-बांडुंग हाई-स्पीड रेलवे इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता और प्रसिद्ध पर्यटन शहर बांडुंग को जोड़ता है। इस रेलवे की कुल लंबाई 142.3 किलोमीटर है और अधिकतम परिचालन गति प्रति घंटे 350 किलोमीटर है। 7 सितंबर को, जकार्ता-बांडुंग हाई-स्पीड रेलवे को परिचालन में लाया गया, जिससे दोनों स्थानों के बीच सबसे तेज़ यात्रा का समय 3.5 घंटे से घटकर 40 मिनट हो गया। इंडोनेशियाई राष्ट्रपति जोको विडोडो और परिवहन मंत्री बुडी कार्या सुमाडी समेत इंडोनेशिया के सभी क्षेत्रों के प्रतिनिधियों ने जकार्ता-बांडुंग हाई-स्पीड रेलवे का अनुभव किया।

परिवहन मंत्री ने कहा कि जकार्ता-बांडुंग हाई-स्पीड रेलवे के परीक्षण संचालन के दौरान, इंडोनेशियाई सरकार और समाज के विभिन्न जगतों ने इस हाई-स्पीड रेलवे के नामकरण पर बड़ा ध्यान दिया। नामकरण योजना पर लंबे समय तक चर्चा हुई, लेकिन इसे कभी अंतिम रूप नहीं दिया गया। जकार्ता-बांडुंग हाई-स्पीड रेलवे पर परीक्षण यात्रा करने के बाद, राष्ट्रपति जोको विडोडो ने इस रेलवे का नाम “वूश” रखने का प्रस्ताव रखा। इंडोनेशियाई संस्कृति में, जकार्ता-बांडुंग हाई-स्पीड रेलवे का वर्णन करने के लिए “वूश” शब्द सबसे उपयुक्त है। इस शब्द के प्रत्येक अक्षर का एक विशेष अर्थ है कि डब्ल्यूएच (wh) का अर्थ है “समय की बचत“, ओओ (oo) का अर्थ है “सर्वोत्तम संचालन“, एसएच(sh) का अर्थ है “बेहतरीन व्यवस्था“। यह जकार्ता-बांडुंग हाई-स्पीड रेलवे का सबसे अच्छा सारांश और विवरण है। वर्तमान में, इस नाम को इंडोनेशियाई समाज से व्यापक समर्थन मिला है।

दक्षिण पूर्वी एशिया में पहली हाई-स्पीड रेलवे के रूप में, जकार्ता-बांडुंग हाई-स्पीड रेलवे दक्षिण पूर्वी एशिया के देशों के साथ मिलकर चर्चा, निर्माण, साझा करने और आधुनिकीकरण की दिशा में काम करने का एक सफल उदाहरण है, जो क्षेत्रीय अंतरसंबंध विकास के स्तर को प्रभावी ढंग से बढ़ाएगा। परिवहन मंत्री ने साक्षात्कार में कहा कि इंडोनेशिया आसियान में हाई स्पीड रेलवे होने वाला पहला देश है। इंडोनेशिया इसपर गर्व महसूस करता है। पिछले आठ वर्षों में जकार्ता-बांडुंग हाई-स्पीड रेलवे के निर्माण में भाग लेने वाले चीनी और इंडोनेशियाई कर्मचारियों के प्रति परिवहन मंत्री ने आभार व्यक्त किया।

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

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