वाशिंगटनः अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन और देश की प्रथम महिला डॉ. जिल बाइडेन ने जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा और उनकी पत्नी युको किशिदा का मंगलवार शाम व्हाइट हाउस में स्वागत किया और शहर के एक रेस्तरां में उनके साथ रात्रि भोज किया। हिंद-प्रशांत क्षेत्र के देशों के साथ संबंधों को मजबूत करने के प्रयासों के तहत बाइडेन ने बुधवार को जापान के प्रधानमंत्री को राजकीय रात्रिभोज के लिए आमंत्रित किया है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने पिछले साल भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को राजकीय यात्रा पर आमंत्रित किया था। राष्ट्रपति और प्रथम महिला ने फुमियो किशिदा और युको किशिदा का व्हाइट हाउस में स्वागत किया।
जाे बाइडेन और जिल ने उन्हें हाथ से बनाई गई एक मेज उपहार में दी है। तीन पायों वाली यह मेज पेंसिल्वेनिया स्थित जापानी अमेरिकी स्वामित्व वाली कंपनी ने तैयार की है। जापान के प्रधानमंत्री और उनकी पत्नी को उपहार में दी गई मेज 17 इंच की है। यह काले अखरोट की लकड़ी से तैयार की गई है। यह उत्तरी अमेरिका की सबसे कीमती लकड़ियों में से एक है। मेंज पर आधिकारिक यात्र की स्मृति पट्टिका भी लगाई गई है। जाे बाइडेन ने जापानी प्रधानमंत्री को और भी वस्तुएं उपहार में दीं। अमेरिका की प्रथम महिला ने किशिदा को ‘योशिनो चेरी ट्री’ की एक पेटिंग उपहार में दी है।
अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) जेक सुलिवन ने कहा, कि यह आधिकारिक राजकीय यात्रा हमारे दोनों देशों के बीच उस विकास पर आधारित होगी जो अधिक सुरक्षित हिंद-प्रशांत क्षेत्र बनाने के साथ-साथ हमारी जनता के लिए आपसी समृद्धि को बढ़ाने की दिशा में भी कारगर साबित होगा। उन्होंने कहा, कि राजकीय यात्रा के दौरान जापान के प्रधानमंत्री और अमेरीकी राष्ट्रपति रक्षा और प्रौद्योगिकी क्षेत्र के साथ-साथ अंतरिक्ष, आर्थिक निवेश, जलवायु परिवर्तन से निपटने, वैश्विक कूटनीति में समन्वय और हमारे लोगों के बीच संबंधों को मजबूत करने सहित सभी मुद्दों पर चर्चा करेंगे। एनएसए के मुताबिक, दोनों नेता रक्षा और सेनाओं के सहयोग को बढ़ाने के उपायों भी बातचीत करेंगे।
सुलिवन ने एक संवाददाता सम्मेलन में संवाददाताओं से कहा, कि जैसे-जैसे हम अंतरिक्ष अन्वेषण और चंद्रमा पर वापसी की दिशा में आगे बढ़ेंगे तो हमें अंतरिक्ष में कई बड़ी उपलब्धियां हासिल होंगी। उन्होंने कहा, कि एआई, क्वांटम, सेमीकंडक्टर और स्वच्छ ऊर्जा जैसी महत्वपूर्ण और उभरती प्रौद्योगिकियों पर हमारे अग्रणी संस्थानों के बीच महत्वपूर्ण अनुसंधान साझेदारी की घोषणाएं होंगी। यह सब हमारे आर्थिक संबंधों और आर्थिक सुरक्षा को और मजबूत करेगा और इस दौरान कई महत्वपूर्ण वाणिज्यिक सौदों का भी ऐलान किया जाएंगा।