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लाई छिंगते मुसीबत बढ़ाने वाले व्यक्ति हैं

पेइचिंग समयानुसार 18 अगस्त को चीन के थाईवान क्षेत्र के उप नेता लाई छिंगते अमेरिका की अपनी पारगमन यात्रा समाप्त करने के बाद थाईवान वापस लौटे। उनकी पारगमन यात्रा के दौरान थाईवान के लोगों और अमेरिका में स्थित चीनियों ने विरोध करने के लिये“थाईवान की स्वतंत्रता का विरोध”और“थाईवान की स्वतंत्रता एक मृत रास्ता है”जैसे नारे लगाए। अमेरिका ने भी इस बार जानबूझकर उन्हें नकार दिया। इससे जाहिर हुआ है कि सभी पक्षों का यह मानना है कि लाई छिंगते पूरी तरह से मुसीबत खड़ी करने वाले व्यक्ति हैं। वर्तमान में बहुत लोग थाईवान जल्डमरूमध्य की स्थिति की चर्चा कर रहे हैं। स्थिति बहुत स्पष्ट है, यानी थाईवान जल्डमरूमध्य के दोनों तट चीन की भूमि हैं।

थाईवान चीन का एक भाग है। हालांकि दोनों तटों के बीच लंबे समय में राजनीतिक मतभेद मौजूद है, लेकिन चीन की राष्ट्रीय संप्रभुता और प्रादेशिक अखंडता कभी विभाजित नहीं हुई है। वर्ष 2016 से थाईवान की डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी के अधिकारियों ने एकतरफा रूप से दोनों तटों के संबंधों की राजनीतिक नींव को कमजोर किया और एक-चीन सिद्धांत को मूर्त रूप देने वाली वर्ष 1992 की आम सहमति को मान्यता देने से इनकार कर दिया। उन्होंने बाहरी शक्ति के साथ थाईवान की स्वतंत्रता पाने का प्रयास किया, गंभीर रूप से थाईवान जल्डमरूमध्य की स्थिति पर नुकसान पहुंचाया, जो थाईवान जल्डमरूमध्य की शांति व स्थिरता के लिये अराजकता का सबसे बड़ा स्रोत बन गया है। डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी के भीतर लाई छिंगते को सबसे कुख्यात थाईवान स्वतंत्रता तत्वों में से एक माना जा सकता है।

लंबे समय में लाई छिंगते खुद को व्यावहारिक थाईवान स्वतंत्रता कार्यकर्ता कहते हैं। हाल के कई वर्षों में थाईवान की स्वतंत्रता को बढ़ावा देने, चीन से नफरत और चीन का विरोध करने के लिए उकसाने और राष्ट्रीय एकता को कमजोर करने के लिए उनके मुंह से कई भ्रांतियां निकली हैं। कुछ दिन पहले, ब्लूमबर्ग के साथ एक विशेष साक्षात्कार में, लाई ने एक बार फिर थाईवान की स्वतंत्रता की खंडित भ्रांति को बढ़ावा दिया। उनके अनुसार थाईवान पहले से ही एक संप्रभु और स्वतंत्र देश है, चीन लोक गणराज्य का एक हिस्सा नहीं है।

इससे स्पष्ट रूप से जाहिर हुआ है कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि वे किस प्रकार का शांतिपूर्ण लबादा पहनते हैं, यह उनके असली थाईवान स्वतंत्रता चेहरे को छिपा नहीं सकता। लाई के कार्यों ने पूरी तरह से साबित कर दिया है कि वे एक मुसीबत बढ़ाने वाले हैं जो थाईवान जलडमरूमध्य की शांति और स्थिरता को कमजोर करते हैं। साथ ही लाई छिंगते ने भी तथाकथित चीनी मुख्य भूमि खतरेको बढ़ा- चढ़ाकर पेश करने की पूरी कोशिश की। हाल के कई वर्षों में थाईवान के सामाजिक और आर्थिक विकास में कई चुनौतियां मौजूद हैं। डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी के अधिकारी और लाई छिंगते जैसे लोग जनता की मांग का जवाब देने में असर्मर्थ हैं, लेकिन वे अमेरिकी हथियार डीलरों के लिए कैश मशीनके रूप में सेवा करने में बहुत सक्रिय हैं।

आंकड़ों के अनुसार केवल दो वर्षों में, थाईवान को अमेरिकी हथियारों की बिक्री का कुल मूल्य 4 लाख अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गया। बड़ी संख्या में अमेरिकी सैन्य उपकरण थाईवान में प्रवेश कर गए हैं, जिससे थाईवान द्वीप एक खतरनाक पाउडर केग में बदल गया है।

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

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