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स्वर्गीय सेनापति छन यी और उन की“शतरंज” कूटनीति

 

26 अगस्त 1901 को छन यी का जन्म हुआ, जो चीन लोक गणराज्य के दस मार्शलों में से एक थे। वे चीनी जन मुक्ति सेना के संस्थापकों और नेताओं में से एक थे। वे एक महान क्रांतिकारी, सैन्य रणनीतिकार और राजनयिक थे। उन्होंने चीनी राज्य परिषद के उप प्रधानमंत्री, चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की केंद्रीय सैन्य आयोग के उपाध्यक्ष, चीन के विदेश मंत्री और शांगहाई शहर की स्थानीय सरकार के पहले मेयर के रूप में कार्य किया था।

छन यी का सैन्य विचार और अनुसंधान चीन के आधुनिक सैन्य विचारों के अध्ययन में महत्वपूर्ण स्थान पर है।《समकालीन चीनी पात्रों की जीवनी:छन यी》《छन यी के सैन्य चयनित कार्य》और《चीनी सैन्य विश्वकोश-सैन्य विचार》आदि पुस्तकों में छन यी के महत्वपूर्ण सैन्य विचार शामिल हुए हैं।

गौरतलब है कि द्वितीय विश्व युद्ध की समाप्ति के बाद चीन और जापान शीत युद्ध की स्थिति में थे। दोनों देशों की सरकारों के बीच आदान-प्रदान खत्म हो गया, केवल कुछ गैर सरकारी आदान-प्रदान जारी रहा। जिससे नए चीन की स्थापना के बाद चीन-जापान कूटनीति में नयी चुनौती सामने आयी। छन यी, जो वर्ष 1958 में अभी-अभी विदेश मंत्री बने थे, राजनयिक गतिरोध को बंद करने की तलाश में कोशिश कर रहे थे।

उसी समय एक जापानी गो शतरंज प्रतिनिधिमंडल ने चीन की यात्रा की। छन यी गो शतरंज प्रेमी थे। उन्होंने इस मौके से लाभ उठाकर पेइचिंग होटल में जाकर जापानी खिलाड़ियों के साथ शतरंज खेला। साथ ही उन्होंने जापानी प्रतिनिधिमंडल के लिये तैयार भोजन में कहा कि चीन और जापान के गो शतरंज जगत को भविष्य में ज्यादा आदान-प्रदान करना चाहिये। तब से, चीन और जापान के बीच “गो कूटनीति” की प्रस्तावना शुरू हुई।

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

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