इटली के सेनेट के निमंत्रण पर चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के केंद्रीय कमेटी के पोलित ब्यूरो के स्थाई सदस्य और केंद्रीय अनुशासन निरीक्षण आयोग के सचिव ली शी ने 30 अक्तूबर से 2 नवंबर तक सीपीसी प्रतिनिधिमंडल के साथ इटली की औपचारिक यात्रा की। उन्होंने रोम में अलग-अलग तौर पर इटली के सेनेट के अध्यक्ष लालूसा और उप प्रधानमंत्री व विदेश मंत्री थाशिनी से मुलाकात की।
ली शी ने कहा कि चीन और इटली दोनों प्राचीन सभ्यता वाले देश हैं ।प्राचीन रेशम मार्ग दो देशों को जोड़ता है। दोनों पक्षों को अधिक परिपक्व ,स्थिर तथा फलदायी चीन-इटली सर्वांगीण रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाना चाहिए। उन्होंने कहा कि चीन और यूरोपीय संघ को बहुपक्षवाद की सुरक्षा ,जलवायु परिवर्तन के निपटारे और वैश्विक आर्थिक बहाली बढ़ाने में व्यापक समान हित हैं।
चीन व्यावहारिक व संतुलित सिद्धांत से सलाह मशविरे के माध्यम से संबंधित आर्थिक व व्यापारिक सवालों का समाधान निकालने का पक्षधर है ।उम्मीद है कि इटली खुली व दूरगामी दृष्टि से चीन यूरोपीय संघ संबंधों को देखते हुए दोनों पक्षों की वाणिज्यिक वार्ता में रचनात्मक भूमिका निभाएगा। ली शी ने चीन में भ्रष्टाचार विरोध संघर्ष की स्थिति का परिचय दिया और कहा कि चीन इटली क साथ राष्ट्र-शासन पर आदान प्रदान गहराने और भ्रष्टाचार विरोधी सहयोग को मजबूत बनाने का उत्सुक है।
लालूसा ने कहा कि इटली और चीन की राजनीतिक व्यवस्था और विचारधारा अलग-अलग है ,पर दोनों देशों के आर्थिक ,व्यापारिक व सांस्कृतिक आदान-प्रदान व सहयोग मजबूत करना दोनों पक्षों की समान अभिलाषा है। इटली चीन के साथ संसद और पार्टियों के बीच संवाद मजबूत करने को तैयार है। थाशिनी ने कहा कि चीन इटली का महत्वपूर्ण आर्थिक साझेदार है। इटली खुली आर्थिक नीति का समर्थन करता है और यूरोपीय संघ तथा चीन के बीच वार्ता से व्यापार संघर्ष सुलझाने के लिए सक्रिय कोशिश करने को तैयार है।
(साभार—चाइना मीडिया ग्रुप ,पेइचिंग)