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कार्बन तटस्थता वाले फीफा विश्व कप के आयोजन में मेड इन चाइना का योगदान

कतर फिफा विश्व कप समाप्त होने वाला है। कतर ने कार्बन तटस्थता वाले खेल आयोजित करने का वचन दिया। यह फीफा विश्व कप के इतिहास में पहली बार है। यह वादा निभाने के लिए मेड इन चाइना से अलग नहीं हो सकता।

कतर की राजधानी दोहा की पश्चिमी दिशा में स्थित रेगिस्तान में बहुत सारे फोटोवोल्टिक पैनल देखने में मिले हैं। यह हल्सा फोटोवोल्टिक पावर स्टेशन है, जो कतर में पहली गैर-जीवाश्म ईंधन बिजली संयंत्र है। हर साल हल्सा फोटोवोल्टिक पावर स्टेशन लगभग 9 लाख टन कार्बन डाइऑक्साइड का उत्सर्जन कम कर सकता है। इससे कार्बन तटस्थता वाले विश्व कप आयोजित करने का वचन निभाने के लिए गारंटी दी गई। हल्सा फोटोवोल्टिक पावर स्टेशन का निर्माण तीन चीनी कंपनियों ने किया, जो जुलाई 2020 में शुरू हुआ और इस साल 18 अक्तूबर को पूरा हुआ। चीन कंपनियों ने तकनीकी नवाचार के जरिए पावर स्टेशन की उत्पादन क्षमता उन्नत की। इससे विद्युत उत्पादन में 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई।

नई ऊर्जा के विकास के अलावा, कतर ने कई क्षेत्रों में कम कार्बन उत्सर्जन भी बढ़ाया। कतर ने चीन से 888 शुद्ध इलेक्ट्रिक बसों का आयात किया। फीफा विश्व कप के दौरान इन इलेक्ट्रिक बसों का प्रयोग सार्वजनिक परिवहन में किया गया। इसके साथ चीनी कंपनी ने रुसेल स्टेडियम का डिजाइन और निर्माण भी किया। पहले कार्बन तटस्थता वाले फीफा विश्व कप के आयोजन के दौरान मेड इन चाइना ने बड़ा योगदान किया।

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

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