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पेइचिंग में चीन और तुर्कमेनिस्तान के राष्ट्रपतियों के बीच भेंटवार्ता

चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने 6 जनवरी को पेइचिंग स्थित जन बृहद भवन में चीन की राजकीय यात्रा पर आए तुर्कमेनिस्तान के राष्ट्रपति सरदार बर्दिमुहामेदोव के साथ भेंटवार्ता की। दोनों देशों के राष्ट्राध्यक्षों ने चीन-तुर्कमेनिस्तान संबंधों को व्यापक रणनीतिक साझेदारी में उन्नत करने की घोषणा की। भेंटवार्ता में शी चिनफिंग ने कहा कि मौजूदा यात्रा.

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चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने 6 जनवरी को पेइचिंग स्थित जन बृहद भवन में चीन की राजकीय यात्रा पर आए तुर्कमेनिस्तान के राष्ट्रपति सरदार बर्दिमुहामेदोव के साथ भेंटवार्ता की। दोनों देशों के राष्ट्राध्यक्षों ने चीन-तुर्कमेनिस्तान संबंधों को व्यापक रणनीतिक साझेदारी में उन्नत करने की घोषणा की।

भेंटवार्ता में शी चिनफिंग ने कहा कि मौजूदा यात्रा सरदार बर्दिमुहामेदोव क राष्ट्रपति बनने के बाद पहली चीन यात्रा है। 6 जनवरी को चीन और तुर्कमेनिस्तान के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की वर्षगांठ है। हम दोनों ने द्विपक्षीय संबंधों को व्यापक रणनीतिक साझेदारी में उन्नत करने की घोषणा की, जो कि बहुत सार्थक है। चीन तुर्कमेनिस्तान के साथ मिलकर द्विपक्षीय व्यापक सहयोग मजबूत करते हुए चीन-तुर्कमेनिस्तान साझा भाग्य समुदाय की स्थापना को बढ़ावा देना चाहता है, ताकि द्विपक्षीय संबंध को और ऊंचे स्तर तक पहुंचाया जा सके।  

शी चिनफिंग ने बल देते हुए कहा कि नई अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय स्थितियों और नई चुनौतियों के सामने चीन और तुर्कमेनिस्तान को कानून प्रवर्तन सुरक्षा और जैविक सुरक्षा में सहयोग को गहरा करना चाहिए, संयुक्त रूप से “तीन ताकतों” (आतंकवादी ताकत, जातीय अलगाववादी ताकत, धार्मिक चरमपंथी ताकत) का मुकाबला करना चाहिए और दोनों देशों के विकास को सुरक्षित रखने के लिए एक सुरक्षा बाधा का निर्माण करना चाहिए। साथ ही, दोनों पक्षों को विभिन्न क्षेत्रों और सभी स्तरों पर आदान-प्रदान को मजबूत करना चाहिए। मानविकी सहयोग करते हुए दोनों देशों के लोगों की भावनाओं को मजबूत करना चाहिए। समाचार, मीडिया और अन्य क्षेत्रों में सहयोग का विस्तार करना चाहिए। एक दूसरे देश में 2023-2024 चीन-तुर्कमेनिस्तान सांस्कृतिक वर्ष का आयोजन अच्छी तरह से करना चाहिए। दोनों देशों के स्थानीय सहयोग के विस्तार का समर्थन करना चाहिए।

शी चिनफिंग ने यह भी कहा कि “चीन + पांच मध्य एशियाई देश” सहयोग तंत्र चीन और मध्य एशियाई देशों के बीच सहयोग करने का नया तंत्र है। चीन तुर्कमेनिस्तान के साथ मिलकर संचार और सहयोग करना चाहता है, ताकि पहले “चीन + पांच मध्य एशियाई देश” शिखर सम्मेलन का सफलतापूर्वक आयोजन किया जा सके। इसके साथ ही चीन तुर्कमेनिस्तान का शांगहाई सहयोग संगठन के साथ रचनात्मक सहयोग करने का समर्थन करता है, और तुर्कमेनिस्तान के साथ मिलकर सच्चे बहुपक्षवाद का अभ्यास करते हुए मानव जाति के साझा भाग्य वाले समुदाय की स्थापना को बढ़ावा देना चाहता है। 

भेंटवार्ता में राष्ट्रपति सरदार बर्दिमुहामेदोव ने कहा कि राजनयिक संबंध की स्थापना के बाद से, विशेष रूप से 2013 में रणनीतिक साझेदारी की स्थापना के बाद से 10 वर्षों में, दोनों देशों ने बहु-स्तरीय आदान-प्रदान और विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग में फलदायी परिणाम मिले हैं। दोनों देशों के लोगों के बीच दोस्ती गहरी हो रही है और द्विपक्षीय संबंध दिन-ब-दिन मजबूत हो रहे हैं। तुर्कमेनिस्तान राष्ट्रीय संप्रभुता और प्रादेशिक अखंडता की रक्षा करने में दृढ़ता से चीन का समर्थन करता है, और चीन को विभाजित करने के किसी भी प्रयास का दृढ़ता से विरोध करता है। चीन के साथ आर्थिक व्यापारिक सहयोग विस्तार करते हुए प्राकृतिक गैस आदि ऊर्जा सहयोग को मजबूत करना चाहता है, सीमा-पार रेलवे सहित आपसी संचार वाले निर्माण को बढ़ावा देना चाहता है, ताकि दोनों देशों के लोगों को लाभ मिल सके।राष्ट्रपति सरदार बर्दिमुहामेदोव ने यह भी कहा कि तुर्कमेनिस्तान “चीन + पांच मध्य एशियाई देश” सहयोग तंत्र की प्रशंसा करता है और इसका पूरी तरह से समर्थन करता है। इसके साथ ही तुर्कमेनिस्तान चीन द्वारा “चीन + पांच मध्य एशियाई देश” शिखर सम्मेलन के सफल आयोजन का सक्रिय समर्थन करेगा, ताकि संयुक्त रूप से क्षेत्रीय सुरक्षा और विकास की रक्षा की जा सके।  भेंटवार्ता के बाद दोनों देशों के राष्ट्राध्यक्षों ने “चीन और तुर्कमेनिस्तान संयुक्त घोषणा-पत्र” पर हस्ताक्षर किए और जारी किए, और वे “बेल्ट एंड रोड”, हरित विकास, डिजिटल अर्थव्यवस्था, स्वास्थ्य, संस्कृति, खेल, समाचार मीडिया, प्राकृतिक गैस आदि क्षेत्रों में सहयोग दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करने के साझी बने।

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

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