अफ्रीकी संघ को पूर्ण G20 सदस्य के रूप में शामिल करने के प्रस्ताव पर मिलबेन ने की PM Modi की सराहना

वाशिंगटनः प्रमुख अफ्रीकी-अमेरिकी हॉलीवुड अभिनेत्री और गायिका मैरी मिलबेन ने अफ्रीकी संघ को जी20 के पूर्ण सदस्य के रूप में शामिल करने के प्रस्ताव के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सराहना की है। यह प्रस्ताव अमेरिका द्वारा सर्मिथत है। पिछले हफ्ते एक विशेष साक्षात्कार में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा था कि अफ्रीका भारत के.

वाशिंगटनः प्रमुख अफ्रीकी-अमेरिकी हॉलीवुड अभिनेत्री और गायिका मैरी मिलबेन ने अफ्रीकी संघ को जी20 के पूर्ण सदस्य के रूप में शामिल करने के प्रस्ताव के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सराहना की है। यह प्रस्ताव अमेरिका द्वारा सर्मिथत है। पिछले हफ्ते एक विशेष साक्षात्कार में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा था कि अफ्रीका भारत के लिए ‘शीर्ष प्राथमिकता’ है और यह वैश्विक मामलों में उन लोगों को शामिल करने के लिए जरूरी हो जाता है जिन्हें लगता है कि उनकी आवाज नहीं सुनी जा रही है। प्रधानमंत्री ने कहा था कि भारत 20 सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के समूह में अफ्रीकी संघ को पूर्ण सदस्य के रूप में शामिल करने का समर्थन करता है। उन्होंने कहा था कि दुनिया के भविष्य के लिए कोई भी योजना सभी के प्रतिनिधित्व और मान्यता के बिना सफल नहीं हो सकती है।

मिलबेन ने एक वीडियो संदेश में कहा, कि ‘मैं अफ्रीकी संघ को जी20 के पूर्ण सदस्य के रूप में शामिल करने के प्रधानमंत्री मोदी के प्रस्ताव की सराहना करती हूं। वैश्विक दक्षिण यानी ग्लोबल साउथ अब हमारी दुनिया को प्रभावित करने वाली नीतियों को आकार दे सकता है।’’ 1960 के दशक में पनपा ‘ग्लोबल साउथ’ शब्द आम तौर पर लैटिन अमेरिका, एशिया, अफ्रीका और ओशिनिया के क्षेत्रों के लिए इस्तेमाल किया जाता है। खासकर इसका मतलब, यूरोप और उत्तरी अमेरिका के बाहर, दक्षिणी गोलार्द्ध और भूमध्यरेखीय क्षेत्र में स्थित ऐसे देशों से है जो ज्यादातर कम आय वाले हैं और राजनीतिक तौर पर भी पिछड़े हैं।

ज्यादातर ‘ग्लोबल साउथ’ देश औद्योगीकरण वाले विकास की दौड़ में पीछे रह रह गए। इनका उपनिवेश वाले देश के पूंजीवादी और साम्यवादी सिद्धांतों के साथ विचारधारा का भी टकराव रहा है। भारत के राष्ट्रगान और धार्मिक गीत ‘ओम जय जगदीश हरे’ की प्रस्तुति के लिए मिलबेन भारत में बहुत लोकप्रिय हैं। वीडियो संदेश में मिलबेन ने कहा, कि ‘इस तरह के विशेषाधिकार मिलते हैं तो हाशिये पर पड़े लोगों की आवाज बनना, लोकतांत्रिक मूल्यों को बनाए रखना और मानवीय गरिमा को बढ़ावा देना जैसे कर्तव्य भी निभाने होते हैं।

अमेरिका और भारत के बीच स्थायी मित्रता को भी इस उद्देश्य का समर्थन करना चाहिए। यह एक ऐसा उद्देश्य है जो सुनिश्चित करता है कि दुनिया की सबसे चुनौतीपूर्ण समस्याओं को हल करने में सभी का प्रतिनिधित्व हो।’’ मिलबेन ने जून में प्रधानमंत्री की यात्रा के दौरान अमेरिका में एक कार्यक्रम में भारत का राष्ट्रीय गान ‘जन गण मन’ गाया था।

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