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80 प्रतिशत से अधिक वैश्विक नेटिजन्स ने माना कि चीन के कार्य जलवायु शासन को देते हैं गति

Climate Governance

Climate Governance

Climate Governance : “चीन 2030 से पहले कार्बन उत्सर्जन के चरम को प्राप्त करने और 2060 से पहले कार्बन तटस्थता हासिल करने का प्रयास करेगा” “2030 तक, चीन के सकल घरेलू उत्पाद की प्रति इकाई कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन 2005 की तुलना में 65 प्रतिशत से अधिक कम हो जाएगा”। जलवायु परिवर्तन से उत्पन्न भारी चुनौतियों और खतरों का सामना करते हुए, चीन ठोस कार्यों के माध्यम से इस मुद्दे को सक्रिय रूप से संबोधित कर रहा है, वैश्विक जलवायु शासन के लिए अधिक “चीनी समाधान” प्रदान कर रहा है।

चाइना मीडिया ग्रुप के अधीन सीजीटीएन और रेनमिन यूनिवर्सिटी ऑफ चाइना द्वारा तथा नया युग अंतर्राष्ट्रीय प्रसार-प्रचार अकादमी (एनईआईआईसी) के माध्यम से 38 देशों के 7,658 उत्तरदाताओं को शामिल करते हुए किए गए सर्वेक्षण से पता चला है कि 83.5 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने वैश्विक जलवायु शासन में चीन के प्रयासों और योगदान का सकारात्मक मूल्यांकन किया है। उनका मानना ​​है कि जलवायु परिवर्तन से निपटने में चीन की सक्रिय कार्रवाइयों ने स्वच्छ और सुंदर दुनिया के निर्माण के संयुक्त प्रयास में आत्मविश्वास और ताकत का संचार किया है।

हाल के वर्षों में, चीन अपने हरित परिवर्तन को तेज़ कर रहा है: 2022 तक, चीन की कार्बन उत्सर्जन तीव्रता 2005 की तुलना में 51% से अधिक कम हो गई थी। जून 2023 तक, दुनिया के आधे से अधिक नए ऊर्जा वाहन चीन की सड़कों पर थे। इस पक्ष में 83.5 प्रतिशत वैश्विक उत्तरदाताओं का मानना ​​है कि चीन ने ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को नियंत्रित करने में सकारात्मक प्रगति की है। 80.3 प्रतिशत का मानना ​​है कि चीन ने स्वच्छ ऊर्जा बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देने में अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के लिए एक उदाहरण स्थापित किया है। 80.2 प्रतिशत पारंपरिक उद्योगों में हरित परिवर्तन को बढ़ावा देने के चीन के प्रयासों से सहमत हैं, 85.4 प्रतिशत वनरोपण और हरित कवरेज बढ़ाने में चीन के प्रयासों की सराहना करते हैं, और 82.4 प्रतिशत का मानना ​​है कि स्वच्छ ऊर्जा की ओर चीन का त्वरित बदलाव वैश्विक जलवायु परिवर्तन को संबोधित करने की महत्वाकांक्षा और संकल्प को दर्शाता है।

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

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