सियोलः उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने कहा है कि उनके देश ने अपने पहले सैन्य जासूसी उपग्रह के विकास का काम पूरा कर लिया है और अधिकारियों को तय योजना के तहत इसके प्रक्षेपण का निर्देश दिया गया है। सरकारी मीडिया ने बुधवार को यह खबर दी।एक न्यूज एजेंसी ने कहा कि मंगलवार को उत्तर कोरिया की एयरोस्पेस एजेंसी का दौरा करने के दौरान किम ने कहा कि अमेरिका और उसके सहयोगी देशों से सुरक्षा के समक्ष मौजूद खतरे को देखते हुए अंतरिक्ष आधारित निगरानी प्रणाली हासिल करना अहम है। उत्तर कोरिया ने कहा है कि उसने अमेरिका और उसके क्षेत्रीय सहयोगियों-दक्षिण कोरिया व जापान के बीच संयुक्त सैन्य अभ्यास के जवाब में बड़े पैमाने पर हथियारों का परीक्षण किया है, जिनमें ठोस ईंधन आधारित पहली अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण भी शामिल है। इस मिसाइल को अमेरिका पर हमले के लिए डिजाइन किया गया है।
खबराें के मुताबिक, किम ने राष्ट्रीय एयरोस्पेस विकास प्राधिकरण में कहा कि युद्ध रोकने के अपने तरीकों का प्रभावी ढंग से इस्तेमाल करने के वास्ते उत्तर कोरिया के लिए सैन्य टोह लेना महत्वपूर्ण है। किम ने कहा कि सैन्य टोह उपग्रह संख्या एक का निर्माण अप्रैल में किया गया। उन्होंने आदेश दिया कि इसके प्रक्षेपण से जुड़ी तैयारियों को अंतिम रूप देने के लिए युद्ध स्तर पर प्रयास किए जाएं। हालांकि, उपग्रह के प्रक्षेपण की तारीख के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है।
किम ने कहा कि उत्तर कोरिया को खुफिया जानकारी एकत्रित करने की व्यापक क्षमता हासिल करने के लिए कई उपग्रहों का प्रक्षेपण करना चाहिए। उन्होंने अमेरिका और दक्षिण कोरिया पर अपने गठबंधन को मजबूत करने के नाम पर उत्तर कोरिया के खिलाफ शत्रुतापूर्ण सैन्य अभियानों का विस्तार करने का आरोप लगाया। किम ने अमेरिका पर दक्षिण कोरिया में विमान वाहक पोत और परमाणु हमले करने में सक्षम बमवर्षक विमान तैनात करने का भी आरोप लगाया।