Site icon Dainik Savera Times | Hindi News Portal

अमेरिका के असांजे के प्रत्यर्पण की कोशिशों में जुटे रहने से कुछ हासिल नहीं होने वाला : Anthony Albanese

कैनबराः ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथोनी अल्बनीज ने विकीलीक्स के संस्थापक एवं ऑस्ट्रेलियाई नागरिक जूलियन असांजे को वाशिंगटन प्रर्त्यिपत कराने की अमेरिका की लगातार जारी कोशिशों पर निराशा जाहिर की हैं। उन्होंने कहा, कि असांजे को कैद किए रहने से कुछ हासिल नहीं होने वाला है। अल्बनीज ने ऑस्ट्रेलियन ब्रॉडकास्टिंग कॉर्प (एबीसी) के साथ एक साक्षात्कार में यह टिप्पणी की हैं। उनकी इस टिप्पणी को अमेरिका पर 51 वर्षीय असांजे पर लगाए गए आरोपों को वापस लेने का दबाव बढ़ाने की कोशिशों के तौर पर देखा जा रहा है।

अमेरिका प्रत्यर्पण के खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ रहे असांजे पिछले चार साल से ब्रिटेन की बेलमार्श जेल में बंद हैं। इससे पहले, उन्हें सात साल तक इक्वाडोर के लंदन स्थित दूतावास में शरण लेनी पड़ी थी। अल्बनीज ने कहा कि असांजे के मामले में इस पहलू से विचार करना होगा कि विकीलीक्स संस्थापक ने ‘जितना समय (इक्वाडोर के दूतावास और लंदन की जेल में) बिताया है’, वह उन पर लगाए गए आरोपों के सही साबित होने की सूरत में उन्हें सुनाई जाने वाली संभावित सजा से अधिक तो नहीं है।

ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री ने कहा, कि मैं बस यही कहूंगा कि बहुत हो चुका। उन्हें कैद किए रहने से कुछ भी हासिल नहीं होने वाला है। उन्होंने कहा, कि मुझे पता है कि यह बेहद निराशाजनक है। मैं भी इस निराशा को महसूस कर सकता हूं। मैं अपनी स्थिति स्पष्ट करने के अलावा और कुछ नहीं कर सकता। अमेरिकी प्रशासन निश्चित रूप से ऑस्ट्रेलियाई सरकार की स्थिति से अच्छी तरह से वाकिफ है। अमेरिका में असांजे जासूसी के 17 आरोपों और कंप्यूटर के दुरुपयोग के एक आरोप का सामना कर रहे हैं। उन पर ये आरोप 2010 में विकीलीक्स द्वारा बड़े पैमाने पर अमेरिकी सेना के वर्गीकृत दस्तावेजों को प्रकाशित किए जाने के मामले में लगाए गए हैं।

अल्बनीज ने कहा, कि मैं असांजे की मानसिक स्थिति को लेकर चिंतित हूं। ब्रिटेन की एक जिला अदालत ने असांजे को अमेरिका प्रर्त्यिपत किए जाने के अनुरोध को इस आधार पर ठुकरा दिया था कि अगर उन्हें अमेरिकी जेल की कठोर परिस्थितियों में रखा गया, तो वह खुदकुशी कर सकते हैं। हालांकि, बाद में इस फैसले को पलट दिया गया, लेकिन इसे देखते हुए मुझे असांजे की फिक्र है।

Exit mobile version