चीनी राष्ट्रीय जन प्रतिनिधि सभा(एनपीसी) की वैदेशिक मामला समिति के प्रवक्ता शु तुंग ने बुद्धवार को वित्तवर्ष 2024 अमेरिकी रक्षा ऑथोरिजेशन ऐक्ट में चीन संबंधी नकारात्मक धारा के प्रति जबरदस्त असंतोष और डटकर विरोध व्यक्त किया ।
ध्यान रहे हाल ही में अमेरिकी पक्ष ने वित्त वर्ष 2024 रक्षा ऑथोरिजेशन ऐक्ट पर हस्ताक्षर किये हैं ।इस अधिनियम में चीन संबंधी धारा ने थाईवान मुद्दे का प्रयोग कर चीन के साथ रणनीतिक प्रतिस्पर्द्धा को उकसावा दिया ,तथाकथित चीनी खतरा बढ़ा-चढ़ा कर प्रस्तुत किया और चीन के प्रति कुंजीभूत क्षेत्रों में तथाकथित खतरा दूर करने की बात की ,जिसने चीन के आंतरिक मामले में उद्दंडततापूर्वक दखल कर चीन की प्रभुसत्ता ,सुरक्षा और विकास को गंभीर नुकसान पहुंचाया है और सैन फ्रेंसिस्को में दोनों देशों के नेताओं की वार्ता में संपन्न समानताओं का गंभीर उल्लंघन किया है ।
प्रवक्ता ने कहा कि थाईवान चीन की पवित्र भूमि का एक अंग है ।थाईवान मुद्दा चीन के केंद्रीय हितों का मूल है ,चीन अमेरिका संबंधों के राजनीतिक आधार का धरातल है और चीन अमेरिका संबंधों में पहली रेड लाइन है ,जिसे पार नहीं किया जा सकता ।थाईवान से चीन को नियंत्रित करने की कोई भी काररवाई निश्चय ही विफल होगी ।
प्रवक्ता ने कहा कि हम अमेरिकी पक्ष से शीतयुद्ध व शून्य सम मानसिकता छोड़कर इस अधिनियिम में चीन संबंधी नकारात्मक धारा लागू न करने का अनुरोध करते हैं ।अमेरिका को चीन के साथ आगे बढ़कर ठोस कदमों से सैन फ्रैंसिस्को शिखर सम्मेलन की समानताएं अच्छी तरह लागू करनी चाहिए ।
(साभार—चाइना मीडिया ग्रुप ,पेइचिंग)