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चीन-थाईलैंड वीज़ा छूट के एक साल बाद, मोहन पोर्ट पर 99% से अधिक थाई यात्रियों को वीज़ा से छूट दी गई

China-Thailand visa exemption: मोहन पोर्ट चीन और लाओस के बीच एक राष्ट्रीय स्तर का प्रथम श्रेणी बंदरगाह है, जो दक्षिण पश्चिमी चीन के युन्नान प्रांत के शीश्वांगपान्ना प्रिफेक्चर में स्थित है।

1 मार्च 2024 से, चीन और थाईलैंड के बीच आम पासपोर्ट धारकों के लिए वीज़ा छूट समझौता आधिकारिक रूप से प्रभावी हो गया। समझौते के लागू होने के एक साल बाद, मोहन सीमा निरीक्षण स्टेशन ने 32,000 से ज़्यादा थाई यात्रियों को मंजूरी दी है, जिनमें से 99% से ज़्यादा थाई यात्री वीज़ा से छूट प्राप्त थे। प्रवेश और निकास के लिए मंजूरी पाने वाले तीसरे देश के यात्रियों में 60% से ज़्यादा थाई यात्री थे। मोहन बंदरगाह थाई पर्यटकों के लिए युन्नान प्रांत में प्रवेश करने वाला सबसे बड़ा राष्ट्रीय भूमि बंदरगाह बन गया है।

19 जुलाई 2024 को, लाओस-थाईलैंड रेलवे के आधिकारिक रूप से खुल जाने के बाद, आने वाले यात्री थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक से लाओस की राजधानी विएंतियाने तक ट्रेन ले सकते हैं, और फिर विएंतियाने से चीन-लाओस रेलवे लेकर युन्नान प्रांत की राजधानी खुनमिंग जा सकते हैं, और फिर खुनमिंग से चीन भर के बाकी हिस्सों में जा सकते हैं। उधर, आउटबाउंड दिशा में, यात्री चीन से लाओस, थाईलैंड, मलेशिया, सिंगापुर और अन्य दक्षिण पूर्व एशियाई देशों की यात्रा कर सकते हैं।

मोहन सीमा निरीक्षण स्टेशन के आंकड़ों के अनुसार, वीजा-मुक्त प्रवेश के पहले वर्ष में, मोहन रेलवे पोर्ट ने 15,000 से अधिक थाई नागरिकों को देश में प्रवेश करने और देश छोड़ने की अनुमति दी, जो कि साल-दर-साल 86% से अधिक की वृद्धि हुई।

बता दें कि मोहन युन्नान प्रांत के सुदूर दक्षिणी छोर पर स्थित है, जो चीन-लाओस रेलवे और खुनमिंग-बैंकॉक राजमार्ग का एक प्रमुख केंद्र है।

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

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