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मौसम पर ध्यान दें और प्राकृतिक आपदाओं को रोकें

विश्व मौसम विज्ञान दिवस “अंतरराष्ट्रीय मौसम विज्ञान दिवस” ​​के नाम से भी जाना जाता है। यह विश्व मौसम विज्ञान संगठन की स्थापना की वर्षगांठ है, जो हर साल 23 मार्च को आयोजित की जाती है। विश्व मौसम विज्ञान दिवस की गतिविधियों को आयोजित करने का मुख्य उद्देश्य विभिन्न देशों के नागरिकों को विश्व मौसम विज्ञान संगठन की गतिविधियों को समझाना और उनका समर्थन करना, मौसम संबंधी कार्यों के प्रति लोगों का ध्यान और प्रेम जगाना है।

इसके साथ ही विमानन, नौवहन, जल संरक्षण, कृषि और अन्य मानवीय गतिविधियों में मौसम विज्ञान के अनुप्रयोग को बढ़ावा देना है। विश्व मौसम विज्ञान संगठन एक अंतरराष्ट्रीय संगठन है, जो दुनिया भर के देशों और क्षेत्रों के बीच मौसम संबंधी संचालन और मौसम संबंधी वैज्ञानिक सहयोग गतिविधियों को अंजाम देता है। इसका मुख्यालय स्विट्जरलैंड के जिनेवा में है। वर्तमान में 187 राष्ट्रीय सदस्य और 6 क्षेत्रीय सदस्य हैं।

चीन विश्व मौसम विज्ञान संगठन के शुरुआती संस्थापक और हस्ताक्षरकर्ता देशों में से एक है। विभिन्न देशों के मौसम विज्ञान और जल विज्ञान विभागों के लिए एक अंतरराष्ट्रीय सहयोग मंच के रूप में, विश्व मौसम विज्ञान संगठन मुख्य रूप से मौसम, जलवायु और पानी के तीन क्षेत्रों में काम करता है। मौसम संबंधी टिप्पणियों और अनुसंधान के अलावा, विश्व मौसम विज्ञान संगठन दुनिया भर में विभिन्न परियोजनाओं को लागू करता है। जिसमें कृषि उत्पादन, आपदा के बाद पुनर्निर्माण, जल संसाधन विकास और सूखे का मुकाबला शामिल है।

वैश्विक जलवायु परिवर्तन ने दुनिया भर में चरम मौसम के कारण होने वाली प्राकृतिक आपदाओं में काफी वृद्धि की है, जिससे जान-माल को भारी नुकसान हुआ है। व्यापक वैश्विक अवलोकनों के माध्यम से, हम मौसम, जलवायु और पानी के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। हालांकि इस जानकारी में महारत हासिल करने से प्राकृतिक आपदाओं की घटना को रोका नहीं जा सकता है, लेकिन यह आपदाओं की पूर्व चेतावनी दे सकता है, और आपदाओं के प्रभाव को कम कर सकता है।

(साभार—चाइना मीडिया ग्रुप ,पेइचिंग)

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