PM Modi Kuwait : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुवैत में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए अपनी ख़ुशी और गर्व का इज़हार किया। उन्होंने कुवैत में भारतीयों द्वारा जो योगदान दिया है, उसकी सराहना की। पीएम मोदी ने कहा कि यहां भारतीयों का एक विशाल समुदाय एकत्रित हुआ है, जिसे उन्होंने “मिनी हिंदुस्तान” के रूप में संबोधित किया। पीएम मोदी का यह बयान दर्शाता है कि कुवैत में विभिन्न भारतीय क्षेत्रों के लोग एकजुट होकर भारतीय संस्कृति और पहचान को बढ़ावा दे रहे हैं।
The warmth and affection of the Indian diaspora in Kuwait is extraordinary. Addressing a community programme. https://t.co/XzQDP6seLL
— Narendra Modi (@narendramodi) December 21, 2024
उन्होंने यह भी बताया कि कुवैत में 43 साल बाद कोई भारतीय प्रधानमंत्री पहुंचा है, और इसे एक ऐतिहासिक पल माना। पीएम मोदी ने भारतीयों की मेहनत और उपलब्धियों को सराहा, विशेष रूप से उनकी भूमिका को उजागर करते हुए जो उन्होंने कुवैत में भारत की तकनीकी और सांस्कृतिक पहचान स्थापित करने में निभाई है। मोदी ने यह स्पष्ट किया कि उनका उद्देश्य केवल भारतीय समुदाय से मिलना नहीं था, बल्कि उनकी उपलब्धियों को मान्यता देना और उन्हें उत्सव के रूप में सेलिब्रेट करना था। आपको बता दें कि पीएम मोदी 2 दिन के कुवैत दौरे पर गए है। इस दौरान वह कुवैत में रह रहे भारतीयों को संबोधित कर रहे है।
कुवैत के नागरिक भारतीयों की मेहनत की प्रशंसा करते हैं…
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूप से भारतीय कामकाजी समुदाय की भूमिका पर जोर दिया, जैसे कि मजदूर, डॉक्टर, नर्स, टीचर्स, और इंजीनियर्स, जो कुवैत के विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। पीएम मोदी ने बताया कि कुवैत के नेतृत्व और नागरिक भी भारतीयों की मेहनत, ईमानदारी और कुशलता की बहुत प्रशंसा करते हैं।
भारत और कुवैत का रिश्ता हमेशा से मजबूत रहा है…
प्रधानमंत्री ने भारत और कुवैत के ऐतिहासिक संबंधों की बात की और कहा कि यह रिश्ता सिर्फ डिप्लोमैसी का नहीं, बल्कि दोनों देशों के दिलों का भी है। उन्होंने बताया कि भारत और कुवैत के बीच सदियों पुराना व्यापारिक संबंध है, जिसमें कुवैत से भारत मोती, खजूर और घोड़े जैसे मूल्यवान सामान आते थे, और भारत से चावल, चाय, मसाले आदि भेजे जाते थे। भारत और कुवैत का व्यापारिक और सांस्कृतिक रिश्ता कई दशकों से मजबूत रहा है, और दोनों देशों के बीच संवाद और सहयोग बढ़ता गया है।
उन्होंने ने यह भी कहा कि भारत कुवैत की स्वतंत्रता के बाद उसे सबसे पहले मान्यता देने वाले देशों में से एक था, और यह रिश्ते अब नई सदी में ऊर्जा, सहयोग और आपसी मदद की ओर बढ़ रहे हैं। पीएम मोदी ने कुवैत के शासक का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि दोनों देशों के नागरिकों ने संकट के समय एक दूसरे का हमेशा समर्थन किया, जैसे कि कोरोना महामारी के दौरान कुवैत ने भारत को लिक्विड ऑक्सीजन भेजी और भारत ने कुवैत को वैक्सीन्स और मेडिकल टीमें भेजी।