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किसानों के फसल त्योहार की तैयारियां जोरों पर

चीन के कृषि और ग्रामीण मामलों के मंत्रालय के मुताबिक चीन के किसानों का सालाना फसल महोत्सव का मुख्य स्थल इस साल हेनान प्रांत के लंकाओ काउंटी में आयोजित किया जाएगा। हर साल 23 सितंबर के दिन इस महोत्सव की शुरूआत होती है।  सवाल यह उठता है कि तेइस सितंबर को ही क्यों तो इसका कारण है कि इसी दिन पृथ्वी पर दिन और रात-दोनों बराबर होते हैं। चीन के कृषि और ग्रामीण मामलों के मंत्रालय के अनुसार इस साल के किसानों के फसल महोत्सव समारोह में ग्रामीण जीवन की शक्तियों के साथ ही देश की कृषि उपलब्धियों पर प्रकाश डाला जाएगा। 

इस कार्यक्रम की जानकारी पिछले महीने यानी अगस्त के आखिर में मंत्रालय के बाजार और सूचना प्रौद्योगिकी विभाग की ओर से दी गई थी। तब एक एक अधिकारी का कहना था कि शरद और वर्षा ऋतु के विषुव यानी दिन-रात बराबरी के दिन पड़ने वाले इस त्यौहार को साल 2018 में शुरू किया गया था। उस साल पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना की स्थापना की 70वीं सालगिरह थीष इसी मौके पर दूसरे चीनी किसान फसल महोत्सव के लिए गांवों में स्थित 300 से अधिक फसल समारोहों की योजना बनाई गई थी। यह पता नहीं है कि दुनिया के कितने देशों में सिर्फ किसानों और कृषि के लिए कोई छुट्टी है या नहीं,लेकिन चीन में किसानों को समर्पित पहला राष्ट्रीय अवकाश इसी दिन होता है। चीनी फसल महोत्व में इस वर्ष जहां जश्न मनाने की तैयारी है, वहीं चीनी संस्कृति को बढ़ावा देने और ग्रामीण क्षेत्रों को पुनर्जीवित करने की परंपराओं को आगे बढ़ाने की दिशा में भी यह मील का पत्थर साबित होगा।  

हाल के कुछ वर्षों में चीन की लंकाओ काउंटी अनाज उत्पादन के बड़े केंद्र के रूप में उभरी है। इसीलिए इस बार यह महोत्सव यहां मनाया जा रहा है। इस बार के आयोजन  का उद्देश्य चीन की कृषि और ग्रामीण विकास की उपलब्धियों को जहां प्रदर्शित करना है, वहीं राष्ट्रीय ग्रामीण जीवन को लेकर किए जा रहे प्रयासों की रणनीति को बढ़ावा देना भी है। इसके साथ ही इस महोत्सव का उद्देश्य चीन की समृद्ध कृषि विरासत का सम्मान करना है। इस महोत्सव के दौरान जहां प्रदर्शनियां लगाई जा रही हैं, वहीं सांस्कृतिक प्रदर्शन और किसानों के योगदान और चीनी समाज में कृषि के महत्व पर प्रकाश डालने वाले मनोरंजक कार्यक्रम भी शामिल किए गए हैं। इस महोत्सव का उद्देश्य चीन के ग्रामीण समुदाय को उनकी पूरी रचनात्मकता के साथ शामिल करना और उसे उजागर करना भी है। इसलिए इस दौरान ग्रामीण फिल्म सप्ताह, कहानी वाचन सत्र,सामूहिक गान और बास्केटबॉल प्रतियोगिताओं जैसे आयोजन किए जा रहे हैं। इस समारोह के जरिए चीन सरकार शहरी और ग्रामीण बाजारों को सशक्त बनाने और उपभोक्ता खर्च को बढ़ावा देने की भी कोशिश कर रही है। इसे ध्यान में रखते हुए जहां उपभोक्ता खर्च बढ़ाने के उपाय किए जा रहे हैं, वहीं, शरद ऋतु के मुताबिक भोज्य पदार्थों को खाने आदि की सहूलियतें भी इस कार्यक्रम में दी जानी है।

चीन में ग्रीष्मकालीन अनाज और शुरुआती धान के फसल कटाई हो चुकी है। जबकि शरदकालीन अनाज की स्थिति सामान्य है। देश में पर्याप्त कृषि उपज है,जिससे त्योहारों के रंग और चटखदार हो चुके हैं। वैसे यह त्योहार पूरे चीन में मनाया जाता है। जिसमें किसान त्योहार तो मनाते ही हैं, मातृभूमि से आशीर्वाद भी लेते हैं और अपनी स्थानीय विशिष्टताओं, ग्रामीण जीवन और संस्कृति, के साथ ही स्थानीय कृषि उत्पादों की विशेषता को भी प्रदर्शित करते हुए नृत्य-गीत में मग्न रहते हैं। 

इस वर्ष सभी प्रांतों में ग्रामीण इलाके फसल उत्सव का केंद्र बन गए हैं। प्रत्येक जिले और काउंटी ने चोंगकिंग में फसल के दृश्यों को प्रदर्शित करने के लिए स्थानीय लोक संस्कृति, खेती के मौसम और काम के साथ-साथ भौगोलिक वातावरण को ध्यान में रखते हुए गांवों में खेतों, फार्मयार्डों और पौधों की कार्यशालाओं पर जोर दिया। पिछले साल इस त्योहार के दिन विभिन्न क्षेत्र जैसे लॉन्गपिंग वुकाई देहाती दर्शनीय क्षेत्र, चांगहोंग गांव, शिवान टाउन, दाज़ू जिले में, किसानों और पर्यटकों ने चावल काटने, मछली पकड़ने, बत्तख चराने, खेतों में रस्साकशी खेलने और फसलों को संभालने में एक साथ अच्छा समय बिताया। 

इस दौरान बिशन जिला कृषि विज्ञान और प्रौद्योगिकी नवाचार केंद्र पर जहां आयोजन हुआ था। इसके साथ ही बैंगन, गाजर, काली मिर्च, मक्का और अन्य फलों और सब्जियों से बने पांडा के चित्रों सहित तमाम तरह के हस्तशिल्प प्रदर्शित किए गए। तब दादूकौ जिले के शिपान गांव और टियाओडेंग टाउन में भी उत्सव आयोजित किया गया था। इस आयोजन में जिले में पैदा होने वाली प्रमुख कृषि उपजों और प्रसंस्कृत उत्पादों के प्रचार के लिए विशेष प्रदर्शनियां लगाई गई थीं।

(साभार—चाइना मीडिया ग्रुप ,पेइचिंग)  (लेखक— उमेश चतुर्वेदी)

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