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14वीं एनपीसी के तीसरे पूर्णाधिवेशन की प्रेस कॉन्फ्रेस आयोजित

14वीं चीनी राष्ट्रीय जन प्रतिनिधि सभा (एनपीसी) के तीसरे पूर्णाधिवेशन की प्रेस कॉन्फ्रेस 4 मार्च को पेइचिंग में आयोजित हुआ। सम्मेलन के प्रवक्ता लोउ छिनच्येन ने पूर्णाधिवेशन के एजेंडे और संबंधित मुद्दों पर चीनी और विदेशी पत्रकारों के सवालों के जवाब दिए। लोउ छिनच्येन ने बताया कि 14वीं सीपीसी का तीसरा पूर्णाधिवेशन 5 मार्च की सुबह उद्घाटित होगा और 11 मार्च की दोपहर को समाप्त होगा। पूर्णाधिवेशन 7 दिनों तक चलेगा, जिसके दौरान कुल 3 पूर्णाधिवेशन आयोजित किए जाएंगे।

प्रवक्ता के अनुसार, इस वर्ष एनपीसी वार्षिक पूर्णाधिवेशन के एजेंडे में सात विषय हैं। पहला, सरकारी कार्य रिपोर्ट की समीक्षा करना। दूसरा, 2024 राष्ट्रीय आर्थिक और सामाजिक विकास योजना के कार्यान्वयन पर रिपोर्ट और 2025 राष्ट्रीय आर्थिक और सामाजिक विकास योजना के मसौदे की समीक्षा करना। तीसरा, 2024 केंद्रीय और स्थानीय बजट के कार्यान्वयन पर रिपोर्ट और 2025 केंद्रीय और स्थानीय बजट के मसौदे की समीक्षा करना। चौथा, “चीन लोक गणराज्य की राष्ट्रीय जन प्रतिनिधि सभा और सभी स्तरों पर स्थानीय जन प्रतिनिधि सभा के प्रतिनिधियों पर कानून (संशोधित मसौदा)” पर विचार-विमर्श करना। पांचवां, राष्ट्रीय जन प्रतिनिधि सभा की स्थायी समिति की कार्य रिपोर्ट की समीक्षा करना। छठा, सुप्रीम पीपुल्स कोर्ट की कार्य रिपोर्ट की समीक्षा करना। सातवां, सुप्रीम पीपुल्स प्रोक्यूरेटोरेट की कार्य रिपोर्ट की समीक्षा करना।

इसके अलावा, प्रेस कॉन्फ्रेंस में लोउ छिनच्येन ने यह भी कहा कि साल 2024 में चीन के विधायी कार्यों में नई प्रगति और नई उपलब्धियां हासिल हुई हैं। उनके अनुसार, पिछले वर्ष 39 विधेयकों की समीक्षा की गई, जिनमें से 24 पारित किए गए। पारित होने वाले विधेयकों में 6 अधिनियमित कानून, 14 कानूनों में संशोधन, तथा कानूनी एवं प्रमुख मुद्दों पर 4 निर्णय शामिल हैं। 

उन्होंने कहा कि एनपीसी का विदेशी आदान-प्रदान देश की समग्र कूटनीति और एनपीसी के कार्य का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। वर्तमान में, एनपीसी 190 देशों की संसदों के साथ संपर्क और आदान-प्रदान बनाए रखती है, इसने 26 विदेशी संचार तंत्र और 143 विदेशी द्विपक्षीय मैत्री समूह स्थापित किए। इसके साथ ही, यह अंतर-संसदीय संघ सहित 20 से अधिक बहुपक्षीय संसदीय संगठनों का सदस्य और पर्यवेक्षक है।

प्रेस कॉन्फ्रेंस में लोउ छिनच्येन ने चीन-अमेरिका संबंधों और चीन-यूरोपीय संघ संबंध की चर्चा भी की। उनका कहना है कि चीन-अमेरिका आर्थिक और व्यापारिक संबंधों का सार आपसी लाभ और उभय जीत है। 

उन्होंने कहा कि राजनयिक संबंधों की स्थापना के बाद से 46 वर्षों में, चीन-अमेरिका व्यापार की मात्रा 200 गुना से अधिक बढ़ गई है, और दो-तरफा निवेश का स्टॉक लगभग 250 अरब अमेरिकी डॉलर है, जिससे न केवल दोनों देशों के लोगों को ठोस लाभ मिला है, बल्कि वैश्विक आर्थिक विकास को भी प्रभावी ढंग से बढ़ावा मिला है। अमेरिका द्वारा एकतरफा टैरिफ लगाना विश्व व्यापार संगठन के नियमों का उल्लंघन है तथा वैश्विक औद्योगिक श्रृंखला और आपूर्ति श्रृंखला की सुरक्षा और स्थिरता को बाधित करता है। हम आशा करते हैं कि अमेरिका और चीन एक दूसरे से मिलकर समान परामर्श के माध्यम से समस्या का समाधान निकाल सकेंगे।

उधर, चीन-यूरोप संबंधों की चर्चा करते हुए लोउ छिनच्येन ने कहा कि चीन यूरोप के साथ संबंधों को बड़ा महत्व देता है। विश्व में दो प्रमुख शांतिपूर्ण और रचनात्मक शक्तियों के रूप में, चीन-यूरोप संबंधों का स्वस्थ और स्थिर विकास दोनों पक्षों के मौलिक और दीर्घकालिक हितों और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की आम अपेक्षाओं के अनुरूप है। वर्ष 2025 में चीन और यूरोप के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 50वीं वर्षगांठ होगी। पिछले 50 वर्षों के तथ्यों ने बार-बार साबित कर दिया है कि चीन और यूरोप के बीच कोई मौलिक हितों का टकराव या भू-राजनीतिक विरोधाभास नहीं है, और वे एक दूसरे की सहायता करने वाले साझेदार हैं।

प्रवक्ता लोउ छिनच्येन ने जोर देकर कहा कि चीन-यूरोप संबंध किसी तीसरे पक्ष पर लक्षित, निर्भर या अधीन नहीं हैं और चीन-यूरोप संबंधों को विकसित करने की कुंजी आत्मविश्वास से भरा होना है। 

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

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