चीनी विदेश मंत्री छिन कांग ने सोमवार को पेइचिंग में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के 52वें सम्मेलन की उच्च स्तरीय बैठक में भाषण दिया । छिन कांग ने कहा कि वर्तमान में अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार कार्य गंभीर चुनौतियों का सामना कर रहा है ।चीन का मानना है कि सर्वप्रथम विभिन्न देशों की वास्तविक स्थिति से मेल खाने वाले मानवाधिकार विकास रास्ते पर कायम रहना चाहिए ।दूसरा ,विभिन्न तरहों के मानवाधिकारों को चौतरफा तौर पर सुरक्षित करने और बढ़ावा देने पर कायम रहना चाहिए ।तीसरा ,अंतरराष्ट्रीय न्याय और निष्पक्षता पर कायम रहना चाहिए ।चौथा ,वार्ता और सहयोग पर कायम रहना चाहिए ।
छिन कांग ने बल दिया कि चीन के मानवाधिकार कार्य में ऐतिहासिक उपलब्धियां हासिल करने की कुंजी है कि हम ने युग धारा और अपनी राष्ट्रीय स्थिति के अनुरूप होने वाला मानवाधिकार विकास रास्ता निकाला है ।चीन इस रास्ते पर अटल रहेगा । छिन कांग ने कहा कि कुछ शक्तियां जानबूझ कर चीन के शिनच्यांग तथा तिब्बत मामले को निरंतर भूनकर चीन को बदनाम करने और चीन के विकास को नियंत्रित करने की कुचेष्टा करती हैं ।चीन इस का डटकर विरोध करता है ।
छिन कांग ने यह भी बल दिया कि समुद्र में फुकुशिमा नाभिकीय घटना में प्रदूषित पानी छोड़ना वैश्विक पर्यावरण सुरक्षा और विभिन्न देशों की जनता की स्वास्थ्य से संबंधित है ।विभिन्न देशों को जापान से खुले ,पारदर्शी ,वैज्ञानिक व सुरक्षित रूप से नाभिकीय प्रदूषित पानी का निपटारा करने का अनुरोध करना चाहिए ।
(साभार—चाइना मीडिया ग्रुप ,पेइचिंग)