5 अक्टूबर को, जापानी टोक्यो इलेक्ट्रिक पावर कंपनी द्वारा समुद्र में फुकुशिमा परमाणु दूषित जल के दूसरे बैच के निर्वहन की चर्चा में जापान स्थित चीनी दूतावास के प्रवक्ता ने कहा कि जापान ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के कड़े विरोध को नजरअंदाज किया और एकतरफा रूप से फुकुशिमा परमाणु-दूषित जल के दूसरे बैच को समुद्र में छोड़ने की पहल की, और परमाणु संदूषण के खतरे को दुनिया पर डालने पर जोर दिया। हम इस पर कड़ा विरोध व्यक्त करते हैं।
इस प्रवक्ता के अनुसार समुद्र में परमाणु-दूषित जल का प्रवाह समुद्री पर्यावरण और मानव स्वास्थ्य से संबंधित है। यह किसी भी तरह से जापान का निजी मामला नहीं है, न ही इसे अकेले जापान द्वारा तय किया जा सकता है। हम एक बार फिर जापान सरकार से आग्रह करते हैं कि जापानी सरकार को जापान और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के विरोध और गंभीर चिंताओं का सामना करना होगा। उसे पड़ोसी देशों के साथ पूर्ण परामर्श और ठोस संचार करना चाहिए, पड़ोसी देशों और अन्य हितधारकों की प्रभावी भागीदारी सुनिश्चित करते हुए एक दीर्घकालिक और प्रभावी अंतर्राष्ट्रीय निगरानी तंत्र स्थापित करना चाहिए, और जिम्मेदार तरीके से परमाणु-दूषित जल का निपटान करना चाहिए।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)