काबुल: अफगानिस्तान की कार्यवाहक सरकार के विदेश मंत्रलय ने तालिबान को आतंकवादी समूहों की सूची से हटाने के रूसी स्टेट डय़ूमा (संसद के निचले सदन) के फैसले का स्वागत किया है। रूसी स्टेट डय़ूमा ने मंगलवार को अफगानिस्तान के वर्तमान शासक तालिबान को प्रतिबंधित समूहों की सूची से हटाने के लिए आवश्यक 3 रीडिंग में से पहले बिल को मंजूरी दे दी। मंत्रलय के प्रवक्ता अब्दुल कहर बल्खी ने बुधवार शाम को अपने एक्स अकाउंट पर एक पोस्ट के जरिए खुशी जताई। कहा, ‘अफगानिस्तान के इस्लामी अमीरात के विदेश मंत्रलय ने रूस में प्रतिबंधित संगठनों की सूची से तालिबान आंदोलन (जिसे पहले अफगानिस्तान के इस्लामी अमीरात के रूप में संदर्भित किया जाता था) को हटाने के उद्देश्य से एक प्रस्ताव को मंजूरी देने के रूसी संघ की संसद के फैसले का स्वागत किया है।‘
बयान में कहा गया, ‘यह कदम एक प्रशंसनीय है और इसका उद्देश्य अफगानिस्तान और रूसी संघ के बीच द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाने तथा बाधाओं को दूर करने वाला है।‘इसी तरह, अफगान कार्यवाहक सरकार के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने स्थानीय मीडिया को बताया कि यह निर्णय अफगानिस्तान और रूस के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने की दिशा में उठाया गया महत्वपूर्ण कदम है। अगस्त 2021 में अफगानिस्तान की सत्ता पर तालिबान के काबिज होने के बाद से ही रूस के रवैये में नर्मी आई थी। बता दें, किसी भी देश ने औपचारिक रूप से तालिबान को अब तक वैध नेतृत्व के तौर पर स्वीकृति नहीं दी है। वहीं, चीन और यूएई ने इसके राजदूतों को स्वीकार कर लिया है।