देखें कि “हैकर साम्राज्य” के पंजे कैसे गलत कार्यों में संलिप्त हैं

“हम झूठ बोलते हैं, हम धोखा देते हैं, हम चोरी करते हैं।” अमेरिकी सीआईए के बारे में अमेरिकी राजनेताओं की यह “प्रसिद्ध कहावत” व्यापक रूप से प्रसारित है। वास्तव में मनुष्य के इंटरनेट युग में प्रवेश करने के बाद इस वाक्य का दूसरा भाग होना चाहिए – “हम निगरानी करते हैं, हम हमला करते हैं,.

हम झूठ बोलते हैं, हम धोखा देते हैं, हम चोरी करते हैं।” अमेरिकी सीआईए के बारे में अमेरिकी राजनेताओं की यह “प्रसिद्ध कहावत” व्यापक रूप से प्रसारित है। वास्तव में मनुष्य के इंटरनेट युग में प्रवेश करने के बाद इस वाक्य का दूसरा भाग होना चाहिए – “हम निगरानी करते हैं, हम हमला करते हैं, और हम उकसाते हैं”।

चीन के नेशनल कंप्यूटर वायरस इमरजेंसी रिस्पांस सेंटर और 360 कॉर्पोरेशन ने हाल ही में संयुक्त रूप से एक जांच रिपोर्ट जारी की, जिसमें बड़ी संख्या में तथ्यों के आधार पर खुलासा किया गया कि अमेरिकी सीआईए ने लंबे समय से विदेशी सरकारों, कंपनियों और नागरिकों की खुफिया जानकारी एकत्र की है और “शांतिपूर्ण विप्लव” और “रंग क्रांति” को गुप्त रूप से लागू किया है। लोग अधिक जागरूक हो गए हैं कि सीआईए वैश्विक सुरक्षा और विकास के लिए एक खतरा बन गया है।

शीत युद्ध की समाप्ति के बाद अपने एकध्रुवीय आधिपत्य को मजबूत करने के लिए अमेरिका ने इंटरनेट पर अपना ध्यान केंद्रित किया। 1995 में अमेरिकी रक्षा मंत्रालय द्वारा जारी “इंटरनेट: सामरिक आकलन” नामक एक आंतरिक रिपोर्ट में स्पष्ट रूप से कहा गया कि इंटरनेट का उपयोग हमले के लिए किया जा सकता है। 21वीं सदी में प्रवेश करने के बाद अमेरिकी सरकारों के निरंतर “प्रयासों” के साथ अमेरिका ने एक स्पष्ट आक्रामक साइबरस्पेस रणनीति बनाई है। सीआईए भी एक साइबर माफिया में तब्दील हो गया है, जिसने साइबर हमले के हथियारों की एक आश्चर्यजनक संख्या विकसित की है। 

वर्ष 2020 में चीन के 360 कॉर्पोरेशन ने स्वतंत्र रूप से एक एपीटी संगठन की खोज की, जो बाहरी दुनिया के सामने कभी नहीं आया इसने विशेष रूप से चीन और चीन के मित्र देशों को साइबर हमलों और चोरी की गतिविधियों को अंजाम देने के लिए लक्षित किया। विश्लेषण के माध्यम से यह पाया गया है कि अमेरिका के साइबर हथियारों ने दुनिया में लगभग सभी इंटरनेट और इंटरनेट ऑफ थिंग्स संपत्तियों को कवर किया है, जो अन्य देशों के नेटवर्क को कभी भी और कहीं भी नियंत्रित कर सकते हैं और अन्य देशों के महत्वपूर्ण और संवेदनशील डेटा चोरी कर सकते हैं। यह देखा जा सकता है कि अमेरिका दुनिया में नंबर एक हैकर है, और चीन सहित कई देश अमेरिका के हमलों के शिकार हैं।

आंकड़ों के अनुसार, दशकों से अमेरिकी सीआईए ने अन्य देशों की कम से कम 50 वैध सरकारों को उखाड़ फेंका या उखाड़ने का प्रयास किया, जिससे संबंधित देशों में उथल-पुथल मची रही। चीनी पक्ष द्वारा जारी की गई रिपोर्ट में इस तरह की घटनाओं में शामिल विभिन्न तकनीकों का व्यापक विश्लेषण किया गया औररंग क्रांति” के लिए सीआईए द्वारा उपयोग की जाने वाली पांच सामान्य विधियों का खुलासा किया गयातकनीकी दृष्टिकोण से साबित हुआ है कि शक्तिशाली नेटवर्क की मदद से प्रौद्योगिकी और संचार प्रौद्योगिकी के सहारे सीआईए ने दुनिया भर में बड़ी संख्या में “रंग क्रांतियों” की योजना बनाईं और उनका आयोजन किया।

वर्षों से अमेरिकी सीआईए के इस “तेज पंजे” ने दुनिया को डरा दिया है। इस प्रक्रिया में सीआईए ने अधिक वास्तविक लाभ, अधिक धन, अधिक संसाधन और अधिक बल हासिल किया है। जिसकी मदद से अमेरिका दुनिया का सबसे बड़ा “हैकर सम्राज्य” और “उथल-पुथल का स्रोत” बन गया है।

(साभार—चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

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