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शिखांग-शीत्सांग राजमार्ग और छिंगहाई-शीत्सांग राजमार्ग छिंगहाई-शीत्सांग पठार के विकास को देते हैं बढ़ावा

Shichang-Shitsang Highway

Shichang-Shitsang Highway

Shichang-Shitsang Highway : छिंगहाई-शीत्सांग (तिब्बत) पठार को “पृथ्वी के तीसरे ध्रुव” के रूप में जाना जाता है, जिसमें कई स्थानों को “जीवन के निषिद्ध क्षेत्र” की तरह माना जाता है। अतीत में लंबे समय में, छिंगहाई-शीत्सांग पठार पर यातायात में “छोटी पगडंडियां, स्केलिंग सीढ़ियां, ज़िपलाइन और सिंगल-प्लैंक पुल” का बोलबाला था। असुविधाजनक परिवहन के कारण यहां विभिन्न इलाकों के बीच और पठार व बाहरी दुनिया के बीच आदान-प्रदान काफी कम था, जिससे स्थानीय आर्थिक विकास गंभीर रूप से बाधित हो गया था। इस कारण से, छिंगहाई-शीत्सांग पठार को एक समय जंगली भूमि की तरह माना जाता था।

यदि लोग शीत्सांग के पिछड़े आर्थिक दृष्टिकोण को बदलना चाहते हैं, तो उन्हें सबसे पहले स्थानीय पिछड़े यातायात की स्थिति में सुधार करना होगा। वर्ष 1951, शीत्सांग(तिब्बत) की शांतिपूर्ण मुक्ति के बाद, शीत्सांग के विकास में तेजी लाने और स्थानीय लोगों को खुशहाल जीवन जीने की अनुमति देने के लिए, चीनी सरकार ने चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी की 18वीं सेना और उत्तर-पश्चिमी सैन्य क्षेत्र को शिखांग-शीत्सांग राजमार्ग और छिंगहाई-शीत्सांग राजमार्ग का निर्माण कार्य क्रमशः सौंपा। यहां, सड़क निर्माण इकाई के सैनिकों, इंजीनियरों व तकनीशियनों और तिब्बती जाति सहित कई जातीय समूहों के प्रवासी कर्मचारियों ने जीवन के इस प्रतिबंधित क्षेत्र में कड़ी मेहनत करते हुए चट्टानों के बीच सड़क बनाने और रैपिड्स पर पुल बनाने के लिए अपनी जान जोखिम में डाली। उन्होंने पठार पर कुल 1,272 पुल बनाए।

25 दिसंबर वर्ष 1954 को, शिखांग-शीत्सांग और छिंगहाई-शीत्सांग राजमार्ग एक ही समय में ल्हासा में कुल 4,360 किमी. राजमार्ग यातायात के लिए खोल दिया गया। इन दो राजमार्गों के पूरा होने और खुलने से प्राचीन काल से शीत्सांग में प्रवेश करने और बाहर निकलने के लिए आदिम परिवहन विधियों का उपयोग करने की स्थिति टूट गई है। 

वर्ष 2024 शिखांग-शीत्सांग और छिंगहाई-शीत्सांग राजमार्ग को यातायात के लिए खोलने की 70वीं वर्षगांठ है। पिछले 70 वर्षों में, ये दोनों राजमार्ग शीत्सांग में प्रवेश करने वाली 85 प्रतिशत से अधिक सामग्री और शीत्सांग छोड़ने वाली 90 प्रतिशत से अधिक सामग्री के परिवहन के लिए जिम्मेदार रहे हैं, जो शीत्सांग के आर्थिक विकास और सामाजिक स्थिरता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। ये दोनों राजमार्ग शीत्सांग के अंदर और बाहर को जोड़ने व आदान-प्रदान बढ़ाने वाले पुल बने हैं, जिन्होंने शीत्सांग के विशेष उत्पादों के “बाहर जाने” की गति को तेज कर दिया है। इसके कारण और  अधिक लोगों को छिंगहाई-शीत्सांग पठार में प्रवेश करने और इसकी संस्कृति व दृश्यों को समझने का अवसर मिला है। 

पिछले 70 वर्षों में, इन दो राजमार्गों पर राष्ट्रीय एकता के फूल खिले हैं। वर्ष 1953 से 2023 तक, शीत्सांग के राजमार्ग व सड़क परिवहन को 325.096 अरब युआन का संचयी निवेश हुआ है। तिब्बती लोगों ने मातृभूमि परिवार के साथ मिलकर, अपर्याप्त भोजन व कपड़ों से गरीबी उन्मूलन एवं अमीर व समृद्धि की ओर एक बड़ी छलांग संयुक्त रूप से लगाई है।

वर्तमान में, शीत्सांग ने न केवल ल्हासा को केंद्र बनाकर एक प्रमुख राजमार्ग गलियारा बनाया है, बल्कि पूरे प्रेदश में राजमार्ग नेटवर्क का मुख्य ढांचा स्थापित हो चुका है। साथ ही “पांच शहरों के बीच तीन घंटे तक प्रवेश वाले आर्थिक सर्कल” का व्यापक त्रि-आयामी परिवहन नेटवर्क भी इसके गठन में तेजी ला रहा है। अब तक, शीत्सांग में राजमार्गों व सड़कों का कुल माइलेज 1.233 लाख किमी. तक पहुंचा है। साथ ही पूरे शीत्सांग में 666 कस्बों और 4,596 प्रशासनिक गांवों को सीमेंट या डामर सड़कों से पक्का कर दिया गया है, जिससे 75 हजार से अधिक स्थानीय किसानों व चरवाहों को रोजगार के अवसर मिले हैं और 2.1 अरब युआन की आय हुई है। शीत्सांग स्वायत्त प्रदेश के परिवहन विभाग के मुताबिक, अनुमान है कि वर्ष 2035 तक शीत्सांग 1.4 लाख किलोमीटर के कुल पैमाने के साथ एक आधुनिक, उच्च गुणवत्ता वाला व्यापक त्रि-आयामी परिवहन नेटवर्क तैयार कर लेगा। 

(साभार – चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

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