जुबा : नागेरो काउंटी में दक्षिण सूडान पीपुल्स डिफेंस फोर्सेज (एसएसपीडीएफ) और सूडान पीपुल्स लिबरेशन आर्मी-इन-ओपपोजिशन (एसपीएलए-आईओ) के बीच झड़पों में एक सैनिक सहित 16 लोगों की मौत हो गई।
रिपोर्ट के अनुसार, नागेरो काउंटी के कमिश्नर हेनरी बंगाडा असाया ने कहा कि हिंसा के कारण 79,000 से अधिक लोग विस्थापित हो गए हैं।
बंगाडा ने गुरुवार को बताया, ‘बुधवार शाम को भी लड़ाई जारी थी। मैंने देखा कि भारी सैन्य हथियार उस जगह जा रहे थे, जहां लड़ाई शुरू हुई थी।‘
उन्होंने बताया कि लड़ाई पश्चिमी बहर अल गजल राज्य के बाजिया तक फैल गई है। एसएसपीडीएफ के प्रवक्ता लुल रुई कोआंग ने कहा कि हिंसक झड़प तब शुरू हुईं, जब एसपीएलए-आईओ बलों ने कुबरी-बू ब्रिज पर एक अवैध चौकी को हटाने से इनकार कर दिया।
कोआंग ने कहा, ‘ शुरू में हमें लगा कि सड़क अवरोध हटाने का विरोध एक अधिकारी कर रहा है और उसकी इस हरकत में एसपीएलए-आईओ के कुछ तत्व शामिल थे लेकिन बाद में हम पर कुब्री-बू पुल पर हमला किया गया। हमने उन्हें खदेड़ दिया, लेकिन वे फिर आ गए।’
कोआंग के अनुसार, एसपीएलए-आईओ बलों ने मंगलवार शाम को एसएसपीडीएफ के कब्जे वाले क्षेत्र में प्रवेश किया और घात लगाकर हमला किया, जिसके कारण एक सैनिक की मौत हो गई और तीन अन्य घायल हो गए। एसएसपीडीएफ बलों को कुब्री-बू में दो और जमोई में एक तीसरे हमले का सामना करना पड़ा।
हालांकि, नागेरो में एसपीएलए-आईओ सेक्टर कमांडर अली सोलोमन साइमन ने एसएसपीडीएफ को छावनी स्थल पर एसपीएलए-आईओ बलों पर हमला करके संघर्ष शुरू करने के लिए दोषी ठहराया।
साइमन ने कहा, ‘लड़ाई से पहले, हम यहां छावनी स्थल पर थे, एकीकृत बलों के प्रशिक्षण के दूसरे चरण की प्रतीक्षा कर रहे थे, और मुझे नहीं पता कि सरकार ने मेरी सेनाओं से लड़ने के लिए अपनी सेना को यहां क्यो भेजा।
उन्होंने स्थिति पर निराशा व्यक्त करते हुए कहा, ‘अगर वे चाहते थे कि मेरी सेना सड़क अवरोध को खाली कर दे, तो हमें बैठकर इस पर चर्चा करनी चाहिए थी, लेकिन अब उन्होंने मेरी सेना के साथ युद्ध शुरू कर दिया है। मैं इस स्थिति से निराश हूं, क्योंकि हमें 2018 के पुनर्जीवित शांति समझौते को लागू करना चाहिए था, लेकिन सरकारी सैनिक इसके बजाय हमसे लड़ रहे हैं।‘
साइमन ने कहा कि लड़ाई बाजिया तक फैल गई है, जहां अब उनकी सेनाएं तैनात हैं।