Speech on Chinese Dreams : चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग के सालाना नववर्ष के भाषण में जहां चीन की वैश्विक जिम्मेदारी पर जोर रहा, वहीं विश्व शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए चीन की प्रतिबद्धता पर भी फोकस रहा। अपने भाषण में शी ने कहा कि उनका देश ‘ग्लोबल साउथ’ के देशों के साथ सहयोग को मजबूत कर रहा है। शी के अनुसार, चीन वैश्विक मुद्दों के समाधान में सक्रिय योगदान दे रहा है। शी चिनफिंग ने चीनी जनता को आर्थिक चिंताओं के बीच आश्वस्त किया। उन्होंने कहा कि 2024 में चीन का सकल घरेलू उत्पाद 130 ट्रिलियन युआन तक पहुंचने की उम्मीद है। अनाज उत्पादन 70 करोड़ टन से अधिक हो चुका है और इलेक्ट्रिक वाहनों के निर्यात में वृद्धि हो रही है। हालांकि अमेरिका और यूरोपीय संघ के आयात शुल्क इसमें बाधा बने हुए हैं।
चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग के नववर्ष भाषण में भविष्य के सपने हैं, उन्हें पूरा करने का माद्दा है, अपने लोगों को समृद्ध बनाने और उनके जीवन स्तर को बेहतर बनाने की दृष्टि भी है और चीनी राष्ट्रवाद की छाप भी। शी चिनफिंग ने अपने भाषण की शुरूआत जिन शब्दों के साथ की, वह जाहिर करने के लिए काफी है कि बीते साल यानी साल 2024 में चीन को किस तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ा, इसके बावजूद उन समस्याओं में भी समृद्ध और भविष्य के चीन का सपना मौजूद रहा। शी चिनफिंग ने कहा, ‘2024 में, एक साथ चार सीज़न की यात्रा की है। हमने हवाओं और बारिश का अनुभव किया है और इंद्रधनुष देखे हैं। वे मर्मस्पर्शी और अविस्मरणीय क्षण बताते हैं कि हमारा बीता वर्ष कितना असाधारण रहा।‘
कोरोना की महामारी के बाद वैश्विक स्तर पर आर्थिक स्थिति डांवाडोल रही। चीन भी इससे अछूता नहीं रहा। लेकिन चीन ने नई नीतियां बनाईं और उनके जरिए अपनी आर्थिक गति को बरकरार रखने की कोशिश की। शी चिनफिंग ने अपने भाषण में इसे यूं याद किया, ‘हमने उच्च गुणवत्ता वाले विकास को आगे बढ़ाने और उसके जरिए ठोस नतीजे प्राप्त करने के लिए नीतियों की पूरी श्रृंखला अपनाई। जिससे चीनी अर्थव्यवस्था में सुधार हुआ। जिसकी वजह से हमारी जीडीपी इस वर्ष 130 खरब युआन के आंकड़े को पार करने जा रही है।‘ शी चिनफिंग ने चीन की कृषि क्रांति को भी अपने भाषण में रेखांकित किया। उन्होंने कहा, ‘अनाज का उत्पादन 700 मिलियन टन से अधिक हो गया है। सभी क्षेत्रों में समन्वित विकास ने मजबूत गति प्राप्त की है, और नए शहरीकरण और ग्रामीण पुनरोद्धार दोनों में पारस्परिक रूप से सुदृढ़ प्रगति हुई है।
हरित और निम्न-कार्बन विकास को और बढ़ाया गया है।’ चीन की इस विकास दर और उम्मीद की वजह उसकी नीतियां रहीं। शी चिनफिंग ने अपने भाषण में इन नीतियों का बार-बार जिक्र किया है। शी चिनफिंग ने अपने भाषण में चीन की वाहन क्रांति का भी उल्लेख किया। गौरतलब है कि पिछले साल चीन ने एक करोड़ से अधिक नवीन ऊर्जा यानी इलेक्ट्रिक वाहन बनाए हैं। चीन ने विगत पर कृत्रिम बुद्धिमत्ता, क्वांटम संचार समेत तमाम क्षेत्रों में सफलताएँ हासिल कीं। इन सबका भाषण में जिक्र हुआ है। पिछले ही साल चीन के चांग‘ई-6 चंद्रयान ने चांद के सुदूर हिस्से से नमूने एकत्र किए। चीन की वैज्ञानिक क्रांति का भी शी चिनफिंग ने विशेष तौ पर उल्लेख करते हुए मेंगज़ियांग ड्रिलिंग जहाज की उपलब्धि का भी जिक्र किया। इन वैज्ञानिक उपलब्धियों का चीनी राष्ट्रपति के भाषण में उल्लेख का एक खास मतलब है। मतलब यह कि चीन अपनी वैज्ञानिक उपलब्धियों को बढ़ाते रहने के लिए पूरे साल प्रयास करता रहेगा।
चीनी राष्ट्रपति ने अपने भाषण में अपने नागरिकों की समृद्धि और उससे उपजी मुस्कान का भी इस भाषण में खासतौर पर जिक्र किया है। तो पेरिस ओलंपिक में, चीनी एथलीटों की कामयाबी पर गर्व भी जताया है। अपने भाषण में चीनी राष्ट्रपति ने देश के श्रमिकों, बिल्डरों और उद्यमियों समेत तमाम नागरिकों के कार्यों और उनकी कामयाबियों का जिक्र किया है। अपने भाषण में अगर चीनी राष्ट्रपति ‘बेल्ट एंड रोड सहयोग’ का जिक्र नहीं करते तो हैरत होती। लेकिन चीनी राष्ट्रपति ने ऐसा कोई मौका नहीं दिया। इसके साथ ही वैश्विक स्तर पर चीन की बढ़ती धमक के संदर्भ में चीन-अफ्रीका सहयोग मंच का बीजिंग शिखर सम्मेलन पूरी तरह सफल रहा। हमने शंघाई सहयोग संगठन, ब्रिक्स, एपीईसी, जी20 और अन्य द्विपक्षीय और बहुपक्षीय मंचों पर चीन की बढ़ती भूमिका का भी जिक्र किया है।
बीते साल नये चीन की स्थापना की 75वीं वर्षगांठ थी। इसका जिक्र करते हुए साल 2025 में देश की 14वीं पंचवर्षीय योजना को पूरी तरह से पूरा करने का शी चिनफिंग का जिक्र करना यह बताता है कि किस तरह चीन अपने आर्थिक मोर्चे पर आगे बढ़ने की कोशिश करता रहेगा। जिनके जरिए चीन उच्च गुणवत्ता वाले विकास के साथ ही विज्ञान-प्रौद्योगिकी में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने के साथ ही देश के आर्थिक और सामाजिक विकास में मजबूत गति बनाए रखने पर जोर देगा। अपने भाषण में चीनी राष्ट्रपति ने ईमानदारी पूर्वक कुछ चुनौतियों की भी चर्चा की, जिसके तहत चीनी अर्थव्यवस्था बाहरी वातावरण में अनिश्चितताओं से उपजी चुनौतियाँ और पुराने विकास मानकों का दबाव का सामना कर रही है। लेकिन चीनी राष्ट्रपति को भरोसा है कि चीन के लोग अपनी मेहनत से उस पर काबू पा लेंगे।
चीन अपने देश में रोजगार को बढ़ावा देने की जो कोशिशें कर रहा है. चीन के राष्ट्रपति ने इस पर भी अपने भाषण में विशेष ध्यान दिया। इसके साथ ही सामाजिक सुरक्षा के उपक्रमों को बढ़ावा देने पर भी फोकस करने की बात की है। चीनी राष्ट्रपति ने वैश्विक तनावों के बीच मानवता की रक्षा को लेकर भी उम्मीद जताई है। आखिर में सबसे शानदार बात उन्होंने जो कही, वह एक तरह से चीनी सपने को जाहिर करता है, उन्हें पूरा करने के लिए की जा रही जी-तोड़ मेहनत पर भरोसा जताया। उन्होंने जो कहा, उसे देखना जरूरी है। शी चिनफिंग ने कहा, ‘सपने और इच्छाएँ असंभव लग सकती हैं, लेकिन समर्पित प्रयास से उन्हें पूरा किया जा सकता है। चीनी आधुनिकीकरण की नई यात्रा में, हर किसी की भूमिका है, सबका प्रयास मायने रखता है, और प्रकाश की हर किरण चमक सकती है। वैभव हमारी मातृभूमि को सुशोभित करता है, और तारों की रोशनी हर घर को सुशोभित करती है।’
(साभार—चाइना मीडिया ग्रुप ,पेइचिंग) (लेखक— उमेश चतुर्वेदी)