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भारत-चीन सम्बंधों को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है स्पोर्ट्स डिप्लोमेसी : हरजिंदर सिंह

Sports Diplomacy : भारत शीतकालीन खेलों में सक्रिय रूप से भाग ले रहा है। एशियाई शीतकालीन खेल हर चार साल में आयोजित होने वाला एक प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय बहु-खेल कार्यक्रम है, जिसमें शीतकालीन खेल शामिल हैं। खेलों का आयोजन ओलंपिक काउंसिल ऑफ एशिया (ओसीए) द्वारा किया जाता है। पूर्वोत्तर चीन के हेइलोंगच्यांग प्रांत की राजधानी हार्पिन.

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Sports Diplomacy : भारत शीतकालीन खेलों में सक्रिय रूप से भाग ले रहा है। एशियाई शीतकालीन खेल हर चार साल में आयोजित होने वाला एक प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय बहु-खेल कार्यक्रम है, जिसमें शीतकालीन खेल शामिल हैं। खेलों का आयोजन ओलंपिक काउंसिल ऑफ एशिया (ओसीए) द्वारा किया जाता है।

पूर्वोत्तर चीन के हेइलोंगच्यांग प्रांत की राजधानी हार्पिन में आयोजित 9वें एशियाई शीतकालीन खेल में भारतीय प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख हरजिंदर सिंह ने चाइना मीडिया ग्रुप (सीएमजी) के साथ एक विशेष साक्षात्कार में कहा कि भारतीय टीम का मुख्य उद्देश्य इन खेलों में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना है। उन्होंने कहा कि भारतीय आइस हॉकी टीम को इस तरह के अंतर्राष्ट्रीय अनुभव की आवश्यकता थी, जिसके लिए वे पिछले 3-4 सालों से प्रयासरत थे, लेकिन कोविड-19 और अन्य कारणों से टीम को अब तक यह मौका नहीं मिला था। यहां आकर दूसरी टीमों के साथ प्रतिस्पर्द्धा करने के बाद भारतीय टीम अपनी वास्तविक स्थिति का अंदज़ा लगा सकती है। यह भारतीय आइस हॉकी टीम के लिए बहुत ज़रूरी कदम था। इस कदम से भारतीय युवाओं को अवश्य ही प्रेरणा मिलेगी। 

उन्होंने कहा, “हमारी टीम ने कड़ी मेहनत की है और हमें उम्मीद है कि हम अच्छे परिणाम प्राप्त करेंगे।” उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय टीम को चीन में आयोजित इन खेलों में भाग लेने का अवसर मिलने पर गर्व है।बातचीत में हरजिंदर सिंह ने यह भी कहा कि भारतीय टीम को चीन में आयोजित इन खेलों में भाग लेने के लिए अच्छा समर्थन मिला है। “हमें चीनी सरकार और आयोजन समिति से अच्छा समर्थन मिला है और हमें उम्मीद है कि हम इन खेलों में अच्छा प्रदर्शन करेंगे।” उन्होंने यह बात कही। 

प्रतिनिधिमंडल प्रमुख ने भारत और चीन के बीच संबंधों को मजबूत करने में खेल कूटनीति के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि चुनौतियों के बावजूद, दोनों देश खेल के माध्यम से शांति, विकास और सहयोग को बढ़ावा देने का एक साझा लक्ष्य साझा करते हैं। हरजिंदर सिंह ने कहा,” हमारा मानना है कि खेल हमारे दोनों देशों को करीब लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं, एशियाई शीतकालीन खेल हमारे एथलीटों को एशिया में सर्वश्रेष्ठ के खिलाफ़ प्रतिस्पर्धा करने का एक अनूठा अवसर प्रदान करते हैं, इसके साथ ही, हमारे दोनों देशों के बीच अधिक समझ और सहयोग को बढ़ावा देते हैं।”

पेइचिंग शीतकालीन ओलंपिक से लेकर हार्पिन एशियाई शीतकालीन खेलों तक, चीन की भव्य और सफल मेज़बानी से हरजिंदर सिंह बहुत प्रभावित हैं। उनका मानना है कि चीन के पास शीतकालीन खेलों के लिए विश्व-स्तरीय इन्फ्रास्ट्रक्चर मौजूद हैं और चीन इस ओर अच्छी बढ़त बना सकता है। हरजिंदर सिंह एशिया में शीतकालीन खेलों के विकास पर ध्यान देने की आवश्यकता पर ज़ोर देते हुए कहते हैं कि शीतकालीन खेल यूरोप में अब स्थिर हो गये हैं, जबकि एशिया के पास शीतकालीन खेलों के विकास की अपार संभावनाएं और बहुत अच्छे अवसर हैं।    

भारतीय प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख ने यह भी कहा कि एशियाई शीतकालीन खेल 2025 भारत और चीन के बीच संबंधों को मजबूत करने का एक अच्छा अवसर है। उनके विचार में स्पोर्ट्स डिप्लोमेसी दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।

 (साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग, दिव्या पाण्डेय)

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