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बातचीत और वार्ता Ukraine संकट को हल करने के लिए सबसे यथार्थवादी और व्यवहार्य तरीका

संयुक्त राष्ट्र स्थित चीन के स्थाई उप प्रतिनिधि ताई बिंग ने 17 जनवरी को सुरक्षा परिषद द्वारा यूक्रेनी मुद्दे पर विचार-विमर्श किये जाने के दौरान कहा कि संघर्ष और टकराव में कोई विजेता नहीं है, यूक्रेनी संकट को हल करने के लिए बातचीत और वार्ता ही सबसे यथार्थवादी और व्यवहार्य तरीका है।
ताई बिंग ने यह भी कहा कि यूक्रेनी संकट के फैलने के बाद से अब तक विभिन्न समस्याएं एक के बाद एक सामने आई हैं, और धर्मों, संस्कृतियों और समाजों के बीच विरोध और संघर्ष भी गहरा रहा है।

चीन को उम्मीद है कि संबंधित पक्ष समझदारी और संयम बनाए रखेंगे, बातचीत और वार्ता में शामिल होंगे, और राजनीतिक माध्यमों से सुरक्षा क्षेत्र में आम चिंताओं को हल करने के लिए काम करेंगे। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को शांति वार्ता को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए, रूस और यूक्रेन को वार्ता में लौटने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए, और युद्ध विराम और युद्ध की समाप्ति के लिए शर्तों को प्रस्तुत करना चाहिए। इस प्रक्रिया में धर्म को शांति और एकता के लिए एक सकारात्मक शक्ति बनना चाहिए।

ताई बिंग ने यह भी कहा कि पिछले हफ्ते यूक्रेन पर सुरक्षा परिषद की सार्वजनिक बैठक में, कई देशों ने जोर दिया कि 2023 शांति का वर्ष होना चाहिए। यह चीन की मजबूत उम्मीद भी है। चीन विभिन्न शांतिप्रिय देशों के साथ मिलकर यूक्रेन संकट के शांतिपूर्ण समाधान में रचनात्मक भूमिका निभाएगा।

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

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