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चीन के सुधार और खुलेपन की 45वीं वर्षगांठ: एक विशिष्ट मार्ग और उल्लेखनीय सफलता

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2023 का वर्ष चीन की सुधार और खुलेपन नीति की 45वीं वर्षगांठ है। आज, बहुत से लोग अभी भी इस प्रश्न का उत्तर खोज रहे हैं: सुधार और खुलेपन के 45 वर्षों में चीन की महान उपलब्धियों का रहस्य क्या है? ऐसा क्या है जो पिछले 45 वर्षों में चीन ने अभूतपूर्व उपलब्धियाँ हासिल की, जिसकी मिसाल आज सभी देश देते हैं, और चीन की दृढ़ संकल्प की प्रशंसा करते हैं। आइये इस लेख में हम जानने की कोशिश करते है।

सुधार और खुलेपन के पिछले 45 वर्षों में, चीन ने उल्लेखनीय सफलता हासिल करते हुए आर्थिक विकास की दिशा में एक विशिष्ट मार्ग अपनाया है। लगातार बदलते अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक परिदृश्य और वातावरण के बावजूद, चीन ने महत्वपूर्ण आर्थिक विकास हासिल किया है और वैश्विक आर्थिक विकास के लिए स्थिर और सकारात्मक शक्तियों में योगदान दिया है।

पिछले दशक में, चीन ने व्यापक रूप से सुधारों को गहरा करके और अभूतपूर्व दृढ़ संकल्प के साथ सुधार और खुलेपन के एक नए चरण की शुरुआत करके महान राजनीतिक साहस प्रदर्शित किया है। चीन उच्च गुणवत्ता वाले विकास और उच्च स्तरीय खुलेपन को आगे बढ़ाना जारी रखता है। शहरी विकास ने देश की प्रगति को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। पेइचिंग, शांगहाई और क्वांग्तोग-हांगकांग-मकाओ ग्रेटर बे एरिया जैसे शहर इस दूरदर्शी नीति के प्रमुख लाभार्थियों के रूप में उभरे हैं। वुहान, हांगचो और थ्यानजिन जैसे अन्य स्थानों में भी पर्याप्त वृद्धि देखी गई है। इन शहरी केंद्रों ने विभिन्न प्रकार के प्रवासियों और निवेशकों को आकर्षित किया है, आर्थिक विकास को बढ़ावा दिया है और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को सुविधाजनक बनाया है। नतीजतन, छात्रों को अपने कौशल को बढ़ाने और अपने क्षितिज को व्यापक बनाने के लिए ढेर सारे अवसर प्राप्त हुए हैं। ये व्यापक नीतियां धीरे-धीरे लोगों के जीवन को नया आकार दे रही हैं और चीन के वैश्विक संबंधों को मजबूत कर रही हैं।

फॉर्च्यून ग्लोबल 500 सूची में चीनी कंपनियों की संख्या लगातार पांच वर्षों से शीर्ष पर बनी हुई है। बता दें कि फॉर्च्यून ग्लोबल 500 सूची पहली बार 1995 में जारी की गई थी, और चार चीनी कंपनियों ने 1996 में सूची में प्रवेश किया। जब चीन 2001 में विश्व व्यापार संगठन (WTO) में शामिल हुआ, तो 12 चीनी कंपनियों ने सूची में प्रवेश किया। फॉर्च्यून के अनुसार, किसी अन्य देश या क्षेत्र में या सूची में कंपनियों की संख्या में इतनी तेजी से वृद्धि नहीं देखी गई है। 2019 में, सूची में चीनी कंपनियों की संख्या पहली बार अमेरिका से अधिक हो गई। 2023 में 142 चीनी कंपनियां सूची में शामिल हुईं।

सुधार और खुलेपन ने चीन की तीव्र आर्थिक वृद्धि का चमत्कार पैदा किया। सबसे पहले, चीन ने हमेशा इस कुंजी का पालन किया है। चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने एक बार सुधार और खुलेपन को सीपीसी का “एक महान पुनर्जागरण” बताया था।
कई सीपीसी बैठकों के माध्यम से, चीन देश के सुधार और खुलेपन की दिशा और मार्ग तलाश रहा है। इन महत्वपूर्ण पार्टी बैठकों की भावना देश के वार्षिक विकास, पंचवर्षीय योजनाओं और मध्यम और दीर्घकालिक विकास के मार्गदर्शन के लिए आधार और रणनीतिक मार्गदर्शन बन गई है। यह सार्वभौमिक कानूनों की खोज करने, व्यापक सहमति बनाने और “अभ्यास से सिद्धांत तक वापस अभ्यास की ओर बढ़ने” की एक क्रमिक और गतिशील समायोजन प्रक्रिया भी है।

इन सभी प्रयासों के बाद भी आज का चीन सुधार और खुलेपन को गहरा करने के लिए नए अवसरों और चुनौतियों का सामना कर रहा है। सबसे पहले तो, जन-केंद्रित विकास का पालन करना, सभी लोगों के लिए समान समृद्धि प्राप्त करना और असंतुलित और अपर्याप्त विकास के विरोधाभासों को हल करना प्रमुख चुनौतियां बन गई हैं, इसके अलावा नई वैज्ञानिक और तकनीकी क्रांति जो अभी सामने आई है और संयुक्त राज्य अमेरिका की चीन-नियंत्रण रणनीति, विशेष रूप से उच्च-तकनीकी क्षेत्रों में, राष्ट्र को विज्ञान और प्रौद्योगिकी में आत्मनिर्भरता तलाशने और नई प्रौद्योगिकी क्रांति का अधिकतम लाभ उठाने के लिए प्रेरित करना चाहिए। इन चुनौतियों पर काबू पाने के लिए भरकर प्रयास भी किए जा रहे हैं।

बहरहाल, अगर हम बात करें किसी अन्य विकल्प की तो आज के युग में चीन का विकल्प तलाशना बेहद मुश्किल जान पड़ता है, ऐसा इसलिए नहीं कि चीन का हर क्षेत्र पर दबदबा है, बल्कि आज के दौर में चीन के पास पर्याप्त कुशल श्रमिक हैं जिन्होंने पिछले 45 वर्षों से देश को अपना अभूतपूर्व योगदान दिया है, तकनीक के क्षेत्र में भी चीन का कोई सानी नहीं है, अनुभव के मामले में भी चीन को कोई पछाड़ नहीं सकता और सबसे महत्वपूर्ण कुशल और सार्थक नीतिया, किसी भी समाज या देश को अगर कोई सफल बना सकता है तो वो है सरकार द्वारा बनायी गई कुशल नीतिया जिनके बल पर ही देश को सही दिशा दी जा सकती है यहाँ चीन की सरकार चाहें वह पिछली सरकारें हो या वर्तमान में राष्ट्रपति शी की कम्युनिस्ट की सरकार हो सभी ने अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है जिसकी बदौलत आज चीन को यह मुक़ाम हासिल है। इन प्रयासों की बदौलत, चीन अब अंतर्राष्ट्रीय उद्योग और आपूर्ति श्रृंखलाओं में गहराई से एकीकृत हो गया है और आर्थिक वैश्वीकरण को बढ़ावा देने में एक महत्वपूर्ण शक्ति बन गया है। सुधार और खुलापन निकट भविष्य में देश के उच्च गुणवत्ता वाले विकास के लिए स्थायी गारंटी बने रहेंगे।

(रिपोर्टर—देवेंद्र सिंह)

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