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अमेरिका द्वारा थाईवान क्षेत्र को हथियार बेचने की मंजूरी पर चीनी विदेश मंत्रालय की प्रतिक्रिया

30 नवंबर को, अमेरिकी रक्षा मंत्रालय ने घोषणा की कि अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने थाईवान को कुल 38.5 करोड़ अमेरिकी डॉलर की हथियार बिक्री को मंजूरी दे दी है।

चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने 1 दिसंबर को इसके बारे में संवाददाता के प्रश्नोत्तर में कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा चीन के थाईवान क्षेत्र को हथियारों की बिक्री एक-चीन सिद्धांत और तीन चीन-अमेरिका संयुक्त विज्ञप्तियों, विशेष रूप से “17 अगस्त” विज्ञप्ति का गंभीर रूप से उल्लंघन करती है, यह गंभीर रूप से चीन की संप्रभुता और सुरक्षा हितों का उल्लंघन करती है, और गंभीर रूप से अंतर्राष्ट्रीय कानून का उल्लंघन भी करती है, और “थाईवान की स्वतंत्रता” वाली अलगाववादी ताकतों को गंभीर रूप से गलत संकेत भेजती है, चीन-अमेरिका सम्बंधों को नष्ट करती है और थाईवान जलडमरूमध्य में शांति और स्थिरता को खतरे में डालती है।

इसके साथ ही, यह अमेरिकी नेता के “थाईवान की स्वतंत्रता का समर्थन नहीं करने” वाले बयान के विपरीत है। प्रवक्ता ने कहा कि चीन इससे पूरी तरह असंतुष्ट है और इसका कड़ा विरोध करता है और उसने संयुक्त राज्य अमेरिका के समक्ष कड़ा विरोध दर्ज कराया है। चीन संयुक्त राज्य अमेरिका से आग्रह करता है कि वह थाईवान को हथियार देना तुरंत बंद कर दे और “थाईवान की स्वतंत्रता” वाली ताकतों का समर्थन करने तथा “स्वतंत्रता पाने के लिए बल प्रयोग” का समर्थन करने को बंद कर दे।  चीन दृढ़ता से जवाबी हमला करने और राष्ट्रीय संप्रभुता, सुरक्षा और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा करने के लिए प्रभावी कदम उठाएगा।

उधर, थाईवान क्षेत्र के अधिकारी लाई छिंगते के संयुक्त राज्य अमेरिका में “पारगमन” के बारे में संवाददाता के सवाल के जवाब में प्रवक्ता ने कहा कि चीन अमेरिका और थाईवान के बीच किसी भी प्रकार के आधिकारिक आदान-प्रदान का दृढ़ता से विरोध करता है, थाईवान के अधिकारी के किसी भी नाम और किसी भी कारण से अमेरिका का दौरा करने का दृढ़ता से विरोध करता है, और “थाईवान स्वतंत्रता” अलगाववादियों और उनके अलगाववादी व्यवहार का समर्थन करने के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा किसी भी प्रकार की मिलीभगत का दृढ़ता से विरोध करता है। प्रवक्ता के अनुसार, चीन ने लाई छिंगते के “पारगमन” के लिए अमेरिकी व्यवस्था की कड़ी निंदा की है और अमेरिका के समक्ष गंभीर रूप से मामला उठाया है।

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

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