अमेरिकी प्रतिनिधिसभा की समिति ने कहा, ताइवान को चीन से गंभीर खतरा

वाशिंगटन : अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की चीन संबंधी एक प्रवर समिति के अध्यक्ष माइक गॉलघर ने शनिवार को कहा कि अमेरिका को ताइवान के समक्ष उत्पन्न खतरे को गंभीरता से लेना चाहिए, क्योंकि चीन ने अमेरिकी सांसदों से ताइवान की राष्ट्रपति साई इंग-वेन की मुलाकात के बाद उनके देश (ताइवान) के आसपास सैन्य अभयास शुरू.

वाशिंगटन : अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की चीन संबंधी एक प्रवर समिति के अध्यक्ष माइक गॉलघर ने शनिवार को कहा कि अमेरिका को ताइवान के समक्ष उत्पन्न खतरे को गंभीरता से लेना चाहिए, क्योंकि चीन ने अमेरिकी सांसदों से ताइवान की राष्ट्रपति साई इंग-वेन की मुलाकात के बाद उनके देश (ताइवान) के आसपास सैन्य अभयास शुरू कर दिया है।पिछले सप्ताह कैलिफोर्निया में इंग-वेन के साथ हुई बैठक में हिस्सा लेने वाले वरिष्ठ रिपब्लिकन नेता गॉलघर ने कहा कि उनकी योजना है कि वह प्रतिनिधि सभा की इस समिति के माध्यम से कांग्रेस (अमेरिकी संसद) को ताइवान सरकार की रक्षा क्षमता को मजबूत करने के वास्ते उसे शीघ्र सैन्य सहायता पहुंचाने के लिए प्रोत्साहित करें।

उन्होंने कहा, ‘‘मैं समझता हूं कि जो स्पष्ट नजर आ रहा है, उसके संदर्भ में यह बिल्कुल जायज है। चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग की ताइवान को अपने देश में मिलाने की स्पष्ट मंशा है।’’गॉलघर ने कहा, ‘‘हमें अपनी प्रतिरोध क्षमता को मजबूत करने के लिए आकाश-पाताल एक कर देने की जरूरत है, ताकि चिनफिंग की समझ में आ जाए कि वह ऐसा कर ही नहीं सकते।’’ चीन ने शनिवार को ताइवान के आसपास अपने जंगी जहाजों और दर्जनों लड़ाकू जेट विमानों से चार दिवसीय सैन्य अभयास शुरू किया। माना जा रहा है कि चीन ने अमेरिकी सांसदों और ताइवान की राष्ट्रपति के बीच मुलाकात से नाराज होकर यह कदम उठाया है।अमेरिकी प्रतिनिधि स•ाा के अध्यक्ष केविन मैक्कार्थी ने बुधवार को ताइवान की राष्ट्रपति साई इंग-वेन की मेजबानी की थी। इस बैठक में प्रतिनिधि स•ाा के दर्जनभर से अधिक सदस्यों ने हिस्सा लिया था।

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