चीन में लेई फ़ेंग बहुत लोकप्रिय है। वह न केवल एक उत्कृष्ट कम्युनिस्ट सेनानी हैं, बल्कि चीनी लोगों की नज़र में “सबसे सुंदर संघर्षकर्ता” भी हैं। लेई फ़ेंग का जन्म 18 दिसंबर 1940 में मध्य चीन के हूनान प्रांत की राजधानी छांगशा के एक गरीब परिवार में हुआ। जनवरी 1960 में 20 वर्ष की उम्र में वह चीनी जन मुक्ति सेना के एक सैनिक बने और उसी साल चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के सदस्य भी बने।
अपने कार्य और दैनिक जीवन में, लेई फंग हमेशा दूसरों की निःस्वार्थ सहायता करते थे। सेना में वह अपने साथियों की परवाह करते थे, कामकाज के दौरान जहां उनकी जरूरत थी, वहां वह काम करने को तैयार रहते थे। दैनिक जीवन में वह नागरिकों की सेवा करने के लिए प्रतिबद्ध थे, बुढ़े लोगों को मदद करते थे, स्कूल में बच्चों के स्नेहपूर्ण बड़े भाई के रूप में भूमिका निभाते थे। 15 अगस्त 1962 को, लेई फ़ेंग अपने साथी के साथ वाहन धोने के लिए सैन्य शिविर से बाहर गए, रास्ते में उनकी सड़क दुर्घटना से मृत्यु हो गई। उस साल लेई फ़ेंग केल 22 वर्ष के थे।
5 मार्च 1963 को, अध्यक्ष माओ त्सेतुंग ने कर्तव्य की पंक्ति में शहीद हुए वीर सैनिक लेई फ़ेंग के लिए शिलालेख “कॉमरेड लेई फ़ेंग से सीखें” लिखा, जिसे चीनी अख़बार “जन दैनिक” में प्रकाशित किया गया। इसके बाद, देश भर में लेई फ़ेंग से सीखने का अभियान शुरु हुआ, और उनका नाम समूचे चीन में मशहूर हो गया। इसके साथ ही “अच्छे आदर्श के रूप में लेई फ़ेंग से सीखें” जैसे गीत आज तक गूंजते हैं। लेई फ़ेंग की भावना अपने नौकरी पर आधारित साधारण काम में असाधारण प्रदर्शन करने वाली भावना है, और पारिश्रमिक की परवाह किए बिना कड़ी मेहनत करने और सक्रिय रूप से योगदान देने वाली भावना भी है, आखिरकार यह तहेदिल से लोगों की सेवा करने की भावना है।
सितंबर 2019 में, चीन लोक गणराज्य की स्थापना की 70वीं वर्षगांठ की पूर्व संध्या में लेई फ़ेंग को चीन में “नए चीन में सबसे सुंदर संघर्षकर्ता” का नाम दिया गया था। वह हमेशा चीनी लोगों के दिलों में बसे हुए हैं, और लेई फ़ेंग की भावना भी निस्वार्थ समर्पण करने के लिए पीढ़ी दर पीढ़ी चीनी लोगों को प्रेरित और प्रभावित करती है। इस वर्ष अध्यक्ष माओ त्सेतुंग द्वारा लेई फ़ेंग के लिए शिलालेख लिखे जाने की 60वीं वर्षगांठ है। फरवरी 2023 में राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने देश भर में “लेई फ़ेंग से सीखें” शीर्षक गतिविधि के आयोजन के लिए महत्वपूर्ण निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पिछले 60 सालों में लेई फ़ेंग से सीखने वाली गतिविधि चीन में लगातार आयोजित की जाती है। लेई फ़ेंग चीन में बहुत लोकप्रिय है, उनकी कहानी लोगों के जुबान पर हैं। लेई फ़ेंग की भावना ने चीनी लोगों की पीढ़ियों की आत्माओं का पोषण किया है। शी चिनफिंग का कहना है कि अभ्यास ने साबित कर दिया है कि समय चाहे कितना भी बदल जाए, लेई फ़ेंग की आत्मा कभी भी पुरानी नहीं होगी।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)