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राष्ट्रीय “डबल कार्बन” लक्ष्यों की प्राप्ति में सहायक तिब्बत का स्वच्छ ऊर्जा विकास


हाल ही में, चीनी स्टेट ग्रिड के तिब्बत इलेक्ट्रिक पावर कंपनी से मिली ख़बर के अनुसार, अब तक, तिब्बत की स्थापित बिजली क्षमता में स्वच्छ ऊर्जा का हिस्सा 91.44 प्रतिशत है, जो मूल रूप से स्वच्छ ऊर्जा बिजली आपूर्ति को प्राप्त करता है। तिब्बत की जलविद्युत, फोटोवोल्टिक और पवन ऊर्जा स्थापित क्षमता क्रमशः 53.72 प्रतिशत, 36.32 प्रतिशत और 1.4 प्रतिशत है।

दिसंबर 2023 के अंत में, तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के शान्नान शहर के नाइतोंग जिले के यात्वे टाउनशिप में थ्साईफेंग फोटोवोल्टिक पावर स्टेशन बिजली पैदा करने के लिए ग्रिड से जुड़ा है। यह वर्तमान में समुद्र सतह से दुनिया की सबसे ऊँचाई पर फोटोवोल्टिक बिजली उत्पादन परियोजना है। हर साल 9 करोड़ किलोवाट प्रति घंटा (केडब्ल्यूएच) स्वच्छ बिजली पैदा कर सकता है और 92 हज़ार टन कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन को कम कर सकता है।

पहली जनवरी 2024 को, तिब्बत के नाछ्य्वी शहर में स्थित ओमा थिंगका पवन फार्म को आधिकारिक तौर पर बिजली पैदा करने के लिए चालू किया गया था। यह हर साल लगभग 20 करोड़ केडब्ल्यूएच स्वच्छ बिजली प्रदान कर सकता है, लगभग 60 हज़ार टन मानक कोयले की बचत कर सकता है, और लगभग 1.6 लाख टन कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन को कम कर सकता है।

तिब्बत पारिस्थितिकी की रक्षा के आधार पर स्वच्छ ऊर्जा के विकास को बढ़ाता है। अनुमान है कि साल 2035 तक, तिब्बत की स्वच्छ ऊर्जा बिजली स्थापित क्षमता लगभग 22 करोड़ किलोवाट होगी, जो देश की कुल क्षमता का 5 प्रतिशत होगा, जबकि साल 2060 तक, तिब्बत की स्वच्छ ऊर्जा बिजली स्थापित क्षमता लगभग 60 करोड़ किलोवाट होगी, जो देश की कुल क्षमता का 10 प्रतिशत होगी।

इसके अलावा, तिब्बत देश के लिए एक महत्वपूर्ण स्वच्छ ऊर्जा आपूर्ति आधार भी है। पहले बर्फीले पठार पर रहने वाले किसानों और चरवाहों के घर में गाय का सूखा गोबर जलाते थे, लेकिन अब स्थिति पूरी तरह से बदल गई है। तिब्बती लोगों की बिजली मांग को पूरा करने के साथ-साथ, तिब्बत में उत्पादित स्वच्छ और हरित बिजली को लगातार देश के भीतरी इलाके तक पहुंचाया जाता है।

आंकड़ों के अनुसार, साल 2023 में, तिब्बत ने 2 अरब 57 करोड़ किलोवाट प्रति घंटे की दर से बाहरी बिजली ट्रांसमिशन हासिल किया,जिसमें साल 2022 की तुलना में 13.98 प्रतिशत की वृद्धि हुई। आने वाले तीन सालों में, तिब्बत से देश के भीतरी इलाके तक 15 अरब 50 करोड़ किलोवाट प्रति घंटे की बिजली पहुंचाई जाएगी।

तिब्बत की स्वच्छ ऊर्जा को बाहरी क्षेत्र तक पहुंचाया जाता है, जिससे कई इलाकों को कार्बन उत्सर्जन कम करने में मदद मिलती है, साथ ही, देश के “कार्बन उत्सर्जन के चरम पर पहुंच और कार्बन न्यूट्रल” (डबल कार्बन) वाले लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए भी सहायता मिलती है।

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

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