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“टिकटॉक शरणार्थी” असली शरणार्थी के जैसे होते हैं

विदेश : टिकटॉक के खिलाफ अमेरिका की सख्त नीति के कारण, इस चीनी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को 19 जनवरी को बंद होने की संभावना का सामना कर रहा है। उधर TikTok के 170 मिलियन अमेरिकी उपयोगकर्ताओं के लिए, खासकर वे जो अपने व्यवसाय के लिए TikTok पर निर्भर हैं, TikTok के बंद होने से उन्हें एक महत्वपूर्ण घर खोना पड़ा है। कई अमेरिकी उपयोगकर्ता खुद को “टिकटॉक शरणार्थी” कहते हैं, क्योंकि टिकटॉक यह लंबे समय से एक महत्वपूर्ण घर बन गया है जहां वे जीवन के लिए अपनी आशाएं रखते हैं।

बेशक, संयुक्त राज्य अमेरिका में कई अन्य सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म हैं, पर कई उपयोगकर्ता इसी शैली को प्रेम करने के कारण इसे चुनते हैं। भले ही टिकटॉक को जबरन बंद कर दिया जाए, वे अन्य अमेरिकी सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर लौटने के लिए अनिच्छुक हैं, और इसके बजाय वे लेमन8 और अन्य चीनी सोशल मीडिया जैसे शियाओहोंगशू का सहारा लेंगे। आज के इंटरनेट युग में सुरक्षा के बहाने सोशल मीडिया को बंद करना अलोकप्रिय है। साथ ही, अनुवाद सॉफ्टवेयर के सुधार से विभिन्न देशों के लोग किसी भी सोशल मीडिया पर सहजता से संवाद करने में सक्षम हैं। शियाओहोंगशू में प्रवेश करने वाले अमेरिकी “टिकटॉक शरणार्थियों” ने पाया कि वे चीन में हो रही विभिन्न चीजों को देख सकते हैं कि कैसे चीनी लोग रहते हैं और अपना मनोरंजन करते हैं, जैसे कि वे व्यक्तिगत रूप से चीन की यात्रा कर रहे हों।  

अमेरिका हमेशा “स्वतंत्र और निष्पक्ष व्यापार” का नारा लगाता रहा है, लेकिन हाल के वर्षों में उसने चीन के व्यापार, खासकर उच्च तकनीक उद्योग पर सख्त प्रतिबंध लगाए हैं, जो वैश्वीकरण और मुक्त व्यापार के सिद्धांतों का पूरी तरह से उल्लंघन करते हैं। उधर, अमेरिकी नेटिज़ेंस ने ज़ियाओहोंगशू जैसे विशुद्ध चीनी सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर पाया कि चीनी लोग अमेरिकियों की तुलना में अधिक सुरक्षित सामाजिक वातावरण, बेहतर बुनियादी ढाँचा, विकसित परिवहन नेटवर्क और तेज़ ई-कॉमर्स सेवाओं का आनंद लेते हैं। अमेरिका की तुलना में इन क्षेत्रों  में चीन की बेहत्तर प्रगतियां है। अमेरिका की बंद नीति की तुलना में, चीन विदेशी निवेश और उत्पादों के लिए खुला है, जिनमें संयुक्त राज्य अमेरिका से आने वाले उत्पाद और निवेश भी शामिल हैं।

चीन अपनी खुली नीति को दृढ़ता से लागू करता रहता है। 2024 में, चीन ने दर्जनों देशों के पर्यटकों के लिए वीजा-मुक्त नीति लागू किया। 2024 में चीन आये कुल 20.115 मिलियन विदेशी यात्रियों को इस लाभ मिला है। 2024 में चीन दुनिया का सबसे बड़ा माल व्यापारिक देश बना रहा, और इसका कुल व्यापार 25 ट्रिलियन युआन से अधिक हो गया। चीन का ऑटोमोबाइल निर्यात 117.4 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया। हाई-स्पीड रेलवे, बड़े यात्री विमान, सुरंग खोदने वाली मशीनें, ड्रोन और औद्योगिक रोबोट चीन के हाई-एंड व्यवसाय के व्यवसाय कार्ड बन गए हैं। अमेरिका की प्रतिबंधात्मक और दमनकारी नीतियों के बावजूद, चीन ने अपने पारंपरिक बाजारों को सुरक्षित करने के साथ-साथ मध्य पूर्व, आसियान और लैटिन अमेरिका जैसे उभरते बाजारों का और अधिक विस्तार किया है। तथ्यों ने साबित कर दिया है कि बंद नीतियां कायम करने से सभी पक्षों के लिए हानिकारक है। मुक्त और खुले वातावरण में वैश्वीकरण में से ही दुनिया के विकास को बढ़ावा मिलेगा।

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग) 

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