पारंपरिक चीनी चिकित्सा चीन का राष्ट्रीय खजाना है, जो परंपरागत चीनी संस्कृति का महत्वपूर्ण भाग है। पारंपरिक चीनी चिकित्सा के हजारों वर्षों का इतिहास और गौरवशाली उपलब्धियां हैं। यह चीनी राष्ट्र के गहन ज्ञान का प्रतीक भी है। चीनी लोगों के स्वास्थ्य पर इसका अमिट योगदान रहा है।
हर साल 17 मार्च को चीनी चिकित्सा दिवस मनाया जाता है। यह पुरानी चिकित्सा के उन्मूलन और पारंपरिक चीनी चिकित्सा के पूर्ण खंडन के खिलाफ जीत का जश्न मनाने के लिए स्थापित है। इसका उद्देश्य मानव जाति की भलाई के लिए चीन यहां तक कि पूरी दुनिया में पारंपरिक चीनी चिकित्सा का विकास बढ़ाना है।
कोविड-19 महामारी की रोकथाम में पारंपरिक चीनी चिकित्सा ने अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। कोई जादुई दवा न होने की स्थिति में पारंपरिक चीनी चिकित्सा के जरिए मरीजों को कम समय में प्रभावी उपचार मिला। चीन सरकार के प्रोत्साहन में महामारी की रोकथाम में चीनी औषधि का प्रभाव दुनिया में देखा गया, जिसकी अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने प्रशंसा की की। पारंपरिक चीनी चिकित्सा तेजी से और व्यापक दुनिया की ओर बढ़ रही है।
चीन की 14वीं पंचवर्षीय योजना और वर्ष 2035 दीर्घकालिक विकास योजना की रूपरेखा में व्यापक रूप से पारंपरिक चीनी चिकित्सा का विकास करने और रोग की रोकथाम, उपचार व स्वास्थ्य बहाली में इसकी विशेष भूमिका निभाने पर जोर दिया गया।
हाल में चीन के अधिक विभागों ने संयुक्त रूप से पारंपरिक चीनी चिकित्सा संस्कृति के प्रसार के लिए कार्यान्वयन योजना जारी की और पारंपरिक चीनी चिकित्सा के नए युग में नवाचार व्याख्या के लिए सुझाव दिया।
पारंपरिक चीनी चिकित्सा न सिर्फ चीन, बल्कि दुनिया की भी है। पारंपरिक चीनी चिकित्सा को दुनिया की ओर बढ़ावा देने का उद्देश्य चीन की उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य और चिकित्सा सेवा को दुनिया के ज्यादा लोगों तक पहुंचाना है।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)