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तुर्किये-सीरिया भूकंप “सदी की आपदा” -संयुक्त राष्ट्र के वरिष्ठ अधिकारी

मानवीय मामलों के लिए संयुक्त राष्ट्र के उप महासचिव और आपातकालीन राहत समन्वयक मार्टिन ग्रिफिथ्स ने 11 फ़रवरी को तुर्किये में कहा कि 6 फ़रवरी को सीरियाई सीमा के पास दक्षिणी तुर्किये में आया शक्तिशाली भूकंप इस क्षेत्र में सदी की सबसे भीषण आपदा है। उसी दिन, अर्मेनिया और तुर्किये ने मानवीय राहत आपूर्ति के वितरण की सुविधा के लिए भूमि बंदरगाहों को फिर से खोल दिया। ग्रिफिथ्स ने उसी दिन कहा था कि संयुक्त राष्ट्र 12 या 13 फ़रवरी को एक स्पष्ट योजना जारी करेगा, जिसमें तुर्किये और सीरिया को मानवीय सहायता प्रदान करने के लिए तीन महीने के पूंजी जुटाना और राहत अभियान चलाने का आह्वान किया जाएगा।

तुर्किये मेडिकल एसोसिएशन ने 11 फ़रवरी को एक बयान जारी कर भूकंप के बाद संक्रामक रोगों के प्रसार के प्रति लोगों को सतर्क रहने को कहा। बयान में कहा गया है कि भूकंप से बिजली, पानी की आपूर्ति और सीवेज ट्रीटमेंट जैसे बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचा है, जिससे जल जनित और खाद्य जनित बीमारियों का खतरा बढ़ेगा। तुर्किये के स्वास्थ्य मंत्री फेहरत्तिन कोका ने 11 फ़रवरी की शाम को कहा कि भूकंप से तुर्किये में 22,327 लोगों की मौत हुई है और 80,278 लोग घायल हुए हैं। स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, मरने वालों की संख्या अभी भी बढ़ रही है। बचावकर्ताओं को उस दिन मलबे में कुछ ही जीवित लोग बचे मिले। 10 प्रभावित प्रांतों में खोज और बचाव कार्य मलबे की सफाई में बदल गया है।

तुर्किये के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन ने कहा कि वर्तमान में तुर्किये में 1,60,000 से अधिक खोज और बचाव कर्मी हैं। इस भूकंप से हुई क्षति अगस्त 1999 में तुर्किये में आए भूकंप की तुलना में तीन गुना अधिक थी। उन्होंने घोषणा की कि कॉलेज के छात्रों के लिए दूरस्थ शिक्षा प्राप्त करने की व्यवस्था इस गर्मी तक जारी रहेगी, इस दौरान सभी सार्वजनिक विश्वविद्यालय छात्र छात्रावासों को अस्थायी रूप से रहने के लिए आपदा पीड़ितों के लिए आरक्षित किया जाएगा।
खबरों के मुताबिक,दशकों में पहली बार तुर्किये और अर्मेनिया के बीच सीमा चौकियां खुल रही हैं। अर्मेनियाई सहायता भोजन, दवा और पीने के पानी से लदा एक काफिला उसी दिन चौकी से गुजरा और तुर्की के दक्षिण पूर्वी हिस्से में एडियमन प्रांत की ओर चला।

(साभार,चाइना मीडिया ग्रुप ,पेइचिंग)

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