US Military Plane Crash: अमेरिकी रक्षा विभाग का एक छोटा विमान गुरुवार को दक्षिणी फिलीपींस में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान में सवार सभी चार लोगों की मौत हो गई। यह जानकारी अमेरिकी इंडो-पैसिफिक कमांड ने दी।
दुर्घटना दक्षिणी फिलीपींस के मगुइंडानाओ डेल सुर में हुई। विमान खेत में गिरा। दुर्घटना स्थल से आई तस्वीरों में बीचक्राफ्ट किंग एयर 350 का मलबा दिखाई दे रहा है, जिसकी पुष्टि अमेरिकी रक्षा अधिकारी ने की है।
अधिकारी ने बताया कि दुर्घटना में अमेरिकी मरीन का एक सदस्य समेत तीन रक्षा कॉन्ट्रैक्टर (ठेकेदार) की मौत हो गई। अमेरिकी इंडो-पैसिफिक कमांड ने कहा कि छोटा विमान फिलीपींस के सहयोगियों के अनुरोध पर खुफिया जानकारी, निगरानी और टोही सहायता प्रदान करते हुए एक नियमित मिशन पर था। यह दुर्घटना एक ‘नियमित मिशन‘ के दौरान हुई तथा दुर्घटना के कारण की जांच की जा रही है।
सार्वजनिक रूप से उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, यह विमान मेट्रिया स्पेशल एयरोस्पेस आईएसआर, इंक के नाम पर पंजीकृत है। यह दुर्घटना नए रक्षा सचिव पीट हेगसेथ की फिलीपींस के राष्ट्रीय रक्षा सचिव गिल्बटरे टेओडोरो जूनियर संग हुई पहली बातचीत के एक दिन बाद घटी। कॉल के विवरण के अनुसार, दोनों ने दक्षिण चीन सागर में प्रतिरोध के महत्व और फिलीपींस सेना की क्षमताओं को बढ़ाने पर चर्चा की।
इंडो-पैसिफिक कमांड ने मिंडानाओ द्वीप पर दुर्घटना के बारे में एक बयान में कहा, ‘यह विमान हमारे फिलीपींस सहयोगियों के अनुरोध पर खुफिया जानकारी, निगरानी और टोही सहायता प्रदान कर रहा था।‘यह घटना अमेरिका-फिलीपींस सुरक्षा सहयोग गतिविधियों के समर्थन में एक नियमित मिशन के दौरान हुई।‘
अमेरिकी सेना ने बताया कि इस घटना में एक सैन्यकर्मी और तीन रक्षा ठेकेदार मारे गए हैं। उनके परिवारों को सूचित किए जाने तक उनकी तत्काल पहचान नहीं हो पाई है।बयान में कहा गया, ‘हम इस बात की पुष्टि कर सकते हैं कि दुर्घटना में कोई जीवित नहीं बचा है।‘
फिलीपींस में अल्पावधि के लिए अमेरिकी सैनिकों की तैनाती की गई है, जहां अमेरिकी सेना ने मिंडानाओ में सक्रिय इस्लामिक स्टेट समूह से जुड़े आतंकवादियों से लड़ने वाले सैनिकों को खुफिया जानकारी उपलब्ध कराने में मदद की है। फिलीपींस की सेना ने एक बयान में कहा कि वह दुर्घटना के बारे में जानकारी जारी नहीं कर सकती क्योंकि मामला गोपनीय है और जांच जारी है। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि साक्ष्यों के साथ संभावित छेड़छाड़ को रोकने के लिए पुलिस और सैनिकों को घटनास्थल पर तैनात किया गया है।