सीपीसी केंद्रीय कमेटी के वैदेशिक मामले आयोग के कार्यालय के निदेशक वांग यी ने 25 जुलाई को जोहान्सबर्ग में आयोजित ब्रिक्स देशों के राष्ट्रीय सलाहकारों व उच्च प्रतिनिधियों के 13वें सम्मेलन में भाग लिया । वांग यी ने कहा कि पिछले दस वर्षों के विकास के बाद ब्रिक्स देश अब नवोदित बाजार वाले देशों और विकासशील देशों के संयुक्त सशक्तिकरण का महत्वपूर्ण मंच बन चुका है ।हम निरंतर राजनीतिक सुरक्षा सहयोग ,आर्थिक सहयोग और सांस्कृतिक सहयोग बढ़ाते रहते हैं ,जिस में भारी उपलब्धियां हासिल हुई हैं ।
वांग यी ने कहा कि वर्तमान वैश्विक सुरक्षा चुनौतियों के समक्ष हमें पारस्परिक सम्मान पर कायम रहकर संयुक्त राष्ट्र चार्टर व सिद्धांत का पालन करते हुए एक दूसरे की जायज सुरक्षा चिंता का ख्याल रखना और विभिन्न देशों के राजनीतिक व्यवस्था व विकास रास्ता चुनने के अधिकार का आदर करना चाहिए ।हमें बहुपक्षवाद का पालन कर एकतरफावाद और आधिपत्य का बहिष्कार करना चाहिए । हमें वार्ता से मुठभेड़ से निपटना और तथाकथित डी-कपलिंग व दोहरे मापदंड का विरोध करना चाहिए । हमें एकजुट होकर विभिन्न सुरक्षा चुनौतियों का सामना करना चाहिए ।
वांग यी ने बल दिया कि वैश्विक दक्षिण नवोदित बाजार वाले देशों और विकासशील देशों का समूह है ,और अंतरराष्ट्रीय मंच में हमारा सामूहिक उदय जाहिर है । हमें निरंतर दक्षिण दक्षिण सहयोग गहराना चाहिए । वांग यी ने कहा कि चीन अन्य ब्रिक्स देशों के साथ अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा चुनौतियों के निपटारे में अधिक व्यावहारिक सहयोग करने को तैयार है ताकि विश्व ब्रिक्स की अधिक आवाज सुने और ब्रिक्स की अधिक बड़ी भूमिका देखें । इस बैठक में सुरक्षा चुनौती ,आतंकवाद के विरोध व साइबर सुरक्षा ,अनाज व जल सुरक्षा ,ऊर्जा जैसे मुद्दों पर रायों का गहन आदान प्रदान कर व्यापक समानताएं प्राप्त की गयीं ।
(साभार—चाइना मीडिया ग्रुप , पेइचिंग)