इंटरनेशनल डेस्क : चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने 22 फरवरी को जोहान्सबर्ग में जी20 विदेश मंत्रियों के सम्मेलन में भाग लेने के बाद चीनी मीडिया के साथ बातचीत की।उन्होंने कहा कि सम्मेलन में चीन ने अफ्रीका की आवाज़ सुनने, अफ्रीका की चिंता को महत्व देने, अफ्रीका की कार्रवाई का समर्थन करने और जी20 सहयोग से अफ्रीकी विकास बढ़ाने की अपील की ताकि समान समृद्धि व प्रगति साकार हो।मचीन के मत को व्यापक मान्यता मिली।
उन्होंने कहा कि जी20 शिखर सम्मेलन इस नवंबर को पहली बार अफ्रीकी महाद्वीप में आयोजित होगा। यह जी20 और वैश्विक शासन का अफ्रीकी वक्त है।यह अतंर्राष्ट्रीय राजनीतिक और आर्थिक परिस्थिति में ऐतिहासिक बदलाव दर्शाता है, जिसका महत्वपूर्ण प्रतीकात्मक महत्व है। चीन सक्रिय और रचनात्मक तरीके से जी20 सहयोग में भाग लेगा और अध्यक्ष देश दक्षिण अफ्रीका के कार्य का दृढ़ता से समर्थन करेगा।
उन्होंने कहा कि वर्तमान स्थिति में जी20 को बहुपक्षवाद की डटकर सुरक्षा कर एकता व सहयोग मज़बूत करना,विभाजन नहीं करना और गुटों के मुकाबले का विरोध करना चाहिए। विकास का मुद्दा जी20 एजेंडा के प्राथमिक स्थान पर रखना बरकरार करना और बहुपक्षवादी भावना को सतत् विकास के समर्थन की ठोस कार्रवाई में परिवर्तित करना चाहिए।
यूक्रेन सवाल की चर्चा में वांग यी ने कहा कि फिलहाल शांति वार्ता की आवाज़ बुलंद हो रही है और शांति की खिड़की खुल रही है। वार्ता मुकाबले से अच्छी है और वार्ता लड़ाई से अच्छी है। चीन इस मामले के विभिन्न पक्षों की मांग के मुताबिक अंतर्राष्ट्रीय समुदाय खासकर वैश्विक दक्षिण देशों की चिंता का ख्याल रखकर यूक्रेन संकट के राजनीतिक समाधान के लिए रचनात्मक भूमिका जारी रखने को तैयार है।
(साभार—चाइना मीडिया ग्रुप ,पेइचिंग)